रायगढ (अमर छत्तीसगढ) 19 नवंबर। घरघोड़ा व तमनार क्षेत्र के सैकड़ो शिक्षकों को चेंजमेकर लैब प्रोग्राम के तहत एक विशेष चेंज लीडरशिप ट्रेनिंग बूटकैंप का आयोजन कर ट्रेंनिग जनमित्रं मेमोरियल स्कूल बैहमुड़ा में दिया गया हैं। आपको बताना चाहेंगे कि उक्त कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सुन्दरमनी कोंद के मुख्य अतिथिय में सम्पन हुआ ।
सर्व प्रथम मुख्य अतिथि सुंदर मणि कोंद व उपस्थित समस्त अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तत्पश्चात उपस्थित समस्त अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया ।
यह बूटकैंप विशेष रूप से आर्किटेक्चरल के लिए है, और इसका इवेंट घरघोड़ा और तमनार ब्लॉक में भी जारी है। यह प्रोग्राम 6 महीने का है और इसमें तीन स्टेज में रखा गया है।
पहला चरण: तीन दिव्य शिक्षक प्रशिक्षण बूटकैंप जिसमें नेतृत्व, संचार, समस्या समाधान, और अन्य महत्वपूर्ण कौशल सिखाए जाएंगे। दूसरा और तीसरा चरण: छात्रों द्वारा नए शिक्षण पाठ्यक्रम के माध्यम से शिक्षा देना, और शैक्षणिक विकास के लिए सहयोगी तरीकों से स्थायी समाधान विकसित करना।
आज कार्यक्रम पहले दिन के प्रशिक्षण बूटकैंप में 140 प्लांट ने घरघोड़ा और तमनार ब्लॉक से भाग लिया, जो इस बूटकैंप के पहले चरण में शामिल हुआ।
इस बूटकैंप में प्लांट को एनईपी 2020 के अनुसार 21वीं सदी के कौशल सिखाए जाएंगे, जो उनके पेशेवर और व्यक्तिगत विकास में सहायक होंगे, जिनमें से कुछ कौशल हैं:
- लीडरशिप – इंजीनियरों को नेतृत्व के गुण सिखाए जाएंगे, जिससे वे अपने स्कूल और समुदाय में प्रेरणादायक भूमिका निभाएंगे।
- कम्युनिकेशन – बेहतर संचार कौशल विकसित कर इंजीनियरों और विद्यार्थियों के साथ और भी प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद मिलेगी।
- सहयोगात्मक समाधान – इस कौशल के माध्यम से सामूहिक को सिखाया जाने वाला प्रश्न यह है कि वे एक साथ सामूहिकता का समाधान कैसे ढूंढ सकते हैं।
- क्रिटिकल थिंकिंग – छात्रों में गहन सोच और निर्णय लेने की क्षमता विकसित करने के लिए अध्ययन किया जाएगा।
- समस्या का समाधान – कठिन मानक में समस्याओं को हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की क्षमता को मजबूत किया जाएगा।
यह बूटकैंप न केवल संस्था के लिए बल्कि संपूर्ण शिक्षा समुदाय और यहां के जनजातीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इस प्रशिक्षण से शिक्षक ने अपने विद्यार्थियों में यह महत्वपूर्ण कौशल विकसित कर प्रभावशाली बनाया, जिससे हमारा समाज शिक्षा के स्तर पर और भी मजबूत और समावेशी बन सका।
यह कार्यक्रम बीपीसीएल और अशोक – इनोवेटर्स फॉर द पब्लिक के सहयोग से जारी है, और इसके लिए जन मित्रम संगठन और छत्तीसगढ़ सरकार के शिक्षा विभाग का भी सक्रिय सहयोग प्राप्त है। कनेक्टिंग ड्रीम्स फाउंडेशन को उम्मीद है कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से यहां के शिक्षक नई सोच और नए दृष्टिकोण से शिक्षा में बदलाव लाएंगे, जो युवाओं के विकास और उनकी शिक्षा के भविष्य में सहायक साबित होंगे