बेमेतरा(अमर छत्तीसगढ), 25 नवंबर 2024 – जिले में सीएमआर (कस्टम मिलिंग राइस) चावल जमा करने में राईस मिलरों की धीमी गति को देखते हुए प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी क्रम में कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने बेरला विकासखंड के ग्राम अकोली स्थित मेसर्स राधेश्याम फूड्स राईस मिल पर आकस्मिक जांच की।
जांच के दौरान 2472.78 क्विंटल धान, जो कस्टम मिलिंग के लिए फर्म द्वारा उठाया गया था, कम पाया गया। यह छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। इसके तहत फर्म में मौजूद 11280 क्विंटल धान और 2300 क्विंटल चावल जप्त कर लिया गया। सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे फर्म की सुपुर्दगी में रखा गया है।
कलेक्टर ने प्रकरण दर्ज कर फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और भविष्य में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समय-सीमा के भीतर सीएमआर चावल जमा न करने वाले अन्य मिलरों पर भी लगातार जांच और कार्रवाई जारी है।
प्रशासन की इस सख्ती से जिले के राईस मिलरों में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि सरकारी नियमों का पालन न करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे, ताकि चावल उपार्जन प्रक्रिया समय पर पूरी हो सके।