राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ) 26 नवंबर। घोर तपस्वी महात्मा, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, वचनसिध्दि धारक, मौन साधक प,पु,गुरूदेव श्री शीतलराजजी म,सा,का डोंगरगढ़ की ओर विहार से पूर्व दुर्ग की ओर विहार कर रहे प,पु,श्री आगम सागर जी महाराज जी का आत्मीय मिलन हुआ, आपस में धर्मचर्चा हुई।
श्री आगम सागर जी मसा ने कहा आप इस उम्र में भी पैदल विहार कर रहें है और बैतूल तक जाना है। प पु गुरूदेव के विहार की कुशलक्षेम पुछते हुऐ प्रन्नता व्यक्त की प पु गुरूदेव का आज रात्रि विश्राम सुकुन देहन पंचायत बहम्णी मे रहेगा। पैदल चलो विहार में,आये अति आनंद।लाभ मिले भवजल कटे,आत्मा बने बुलंद। जयपुर ,इन्दौर ,रायपुर ,दुर्ग ,बालाघाट के भक्त विहार में सेवा दे रहें है।