राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 6 दिसम्बर। श्याम के दीवाने एवम हनुमान भक्तो द्वारा नंदू शर्मा की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से तथा आशीर्वादक श्री राजेश्वरानंद महाराज के मार्गदर्शन में वर्ष 2015 से प्रारंभ घर – घर सुंदरकांड पाठ के संकल्प का कार्य द्रुतगति से चल रहा है , अभी तक 1920 सुंदरकांड के पाठ पूर्ण हो चुके है , अठारहवीं माला का 108 वा पाठ अर्थात 1944 वा सुंदरकांड पाठ आगामी 05 जनवरी 2025 को 108 जोड़ो के साथ श्री हनुमान श्याम मंदिर रायपुर नाका के भव्य प्रांगण में संपन्न होगा ।
अठारहवीं माला के पूर्ण होने पर श्री सुंदरकांड महाकुंभ का अट्ठारह दिवसीय भव्य आयोजन 27 दिसंबर से 13 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है ।
श्री सुंदरकांड महाकुंभ महोत्सव समिति के गणेश मिश्रा , राजेश शर्मा , योगेश कोटक , राजू शर्मा , दीपक अग्रवाल , संदीप मिश्रा , संतोष हुंका द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सुंदरकांड की 18 वीं माला का अभी तक 1920 पाठ पूर्ण हो चुके है ।
अठारहवीं माला के 05 जनवरी 2025 को पूर्ण होने को यादगार एवं भव्यता प्रदान करने अठारह दिवसीय श्री सुंदरकांड महाकुंभ का विशेष महोत्सव 27 दिसंबर को भजन संध्या के साथ श्रीगणेश कर प्रारंभ होगा ।
इस दौरान देश के विख्यात श्याम सेवक एवं हनुमान भक्तों द्वारा श्री सुंदरकांड पाठ , श्याम भजन , श्री शिवमहापुराण कथा , नानी बाई का मायरा , श्री राम कथा इत्यादि के कार्यक्रम श्री हनुमान श्याम मंदिर में संपन्न होंगे । अठारहवीं माला का 1944 वा पाठ 05 जनवरी 2025 को 108 भक्त जोड़ो द्वारा किया जाएगा ।
जिसकी व्यासपीठ पर सुप्रसिद्ध हनुमंत भक्त गणेश मिश्रा एवं श्याम सेवक राजेश शर्मा विराजमान होंगे ।
श्री सुंदरकांड महाकुंभ आयोजन समिति के नरेंद्र शर्मा , विष्णु प्रसाद लोहिया , अशोक लोहिया ने बताया कि 28 दिसंबर से 01 जनवरी 2025 तक पांच दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा , 02 जनवरी को श्री सुंदरकांड पाठ , 03 एवं 04 जनवरी को नानी बाई का मायरा , 05 जनवरी को 18 वीं माला का 1944 वा पाठ 108 भक्त जोड़ो के साथ , 06 एवं 07 जनवरी को भजन संध्या , 08 से 10 जनवरी तक त्रिदिवसीय श्री राजेश्वरानंद जी महाराज की पुण्य स्मृति में श्री राम कथा , 11 एवं 12 जनवरी को संगीतमय सुंदरकांड पाठ तथा 13 जनवरी 2025 को महाकुंभ का विश्राम भजन संध्या के साथ संपन्न होगा ।
आयोजन समिति ने संस्कारधानी के धर्मप्रेमी माता – बहनों एवम बंधुओं से आग्रह किया है कि इस 18 दिवसीय सुंदरकांड महाकुंभ के धार्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर तन , मन एवं धन से सहयोग कर धर्म लाभ प्राप्त करें ।