ऋषभदेव परिसर में स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर में मंगल पाठ के साथ शिविर का आगाज…. सतीश मुनि, विजय श्रीजी, सु मंगल प्रभा जी का सानिध्य मिला

ऋषभदेव परिसर में स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर में मंगल पाठ के साथ शिविर का आगाज…. सतीश मुनि, विजय श्रीजी, सु मंगल प्रभा जी का सानिध्य मिला

दुर्ग(अमर छत्तीसगढ) 18 दिसम्बर। ऋषभदेव परिसर दुर्ग में आज अखिल भारतीय स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर का शंखनाद हुआ जिसमें उप प्रवर्तक डा सतीश मुनि जी के मंगल पाठ के साथ इस आध्यात्मिक आयोजन की शुरुआत हुई साध्वी डा विजय श्री जी, साध्वी डा प्रिय दर्शना जी साध्वी डा सु मंगल प्रभा जी के सानिध्य में गरिमामय वातावरण में इस आयोजन की शुरुआत हुई ।
साध्वी विजय श्री जी, साध्वी प्रिय दर्शना जी,सु मंगल प्रभा जी, साध्वी तरूलता जी साध्वी विक्षक्षणा श्री जी ने देश भर से आए स्वाध्याय साथियों को प्रशिक्षण दिया ।

गुरु आनंद स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर में आज दिनेश मुंडोत, मनोज पटेरिया, सरोज कोठारी, दिलीप वया, प्रतिभा गांधी, बसंती संचेती ने स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर में लोगों को ज्ञान अर्जिन कराया ।

वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक श्रमण संघ दुर्ग के बैनर तले इस आयोजन में वर्धमान सेवा मंच श्रमण संघ स्वध्याय मंडल श्रमण संघ महिला मंडल का अदभुत सहयोग प्राप्त हो रहा है । गुरु आनंद स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर के संयोजक नीलम बाफना, टीकम छाजेड़ तथा निर्मल जी छाजेड़ के मार्गदर्शन में स्वध्याय शिविर का संयोजन किया जा रहा है।

स्वाध्याय की महिमा प्रत्यक्ष अनुभव दुर्ग श्री संघ के सदस्यों ने अनुभव किया

प्रतिदिन प्रातः 5:30 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक अनवरत चलने वाले विद्या अभ्यास में 300 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया देश के विभिन्न प्रदेशों से आए स्वाध्यायी साथियों ने ज्ञानार्जन प्राप्त किया लोकाकाश की रचना ,संकट के समकित के 67 बोल ,नंदी सूत्र , उत्तराध्ययन का 28 वा अध्ययन इत्यादि विषयों पर अलग-अलग प्रशिक्षकों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया।


इस शिविर में प्रशिक्षक के रूप में प्रथम बार इस प्रशिक्षण शिविर में भाग लिए स्वाध्याय साथियों को अंतगड सूत्र ,कर्म प्रकृति, प्रतिक्रमण, आदि विषयों के विशेष गहराइयों के साथ अध्ययन प्रारंभ कराया गया 5 दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर में लोगों को उत्साह चरम पर है।

शिविर के सफल संचालन में निर्मल जी बाफना, सतीश सुराणा, अशोक रतन बोहरा रोहित सुराणा गोतम चोरड़िया पदम् छाजेड़ रचिता श्री श्रीमाल, कविता रतन बोहरा सहित श्रमण संघ के सदस्यों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ
आयोजन में पधारे अतिथियों के भोजन प्रसादी की शानदार व्यवस्था श्रमण संघ दुर्ग द्वारा की गई ।

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