पारसिवनी (अमर छत्तीसगढ) 23 दिसम्बर।
स्वार्थ त्याग की कठिन तपस्या, बिना खेद जो करते हैं।
ऐसे ज्ञानी साधु जगत के, दुःख समूह को हरते हैं। आज के दर्शन,वंदन एवं नमन कठोर तप साधक, वचन सिध्दि धारक, आडा़ आसन त्यागी, सूर्य आतापनाधारी, परम,पूज्य गुरूदेव श्री शीतलराज जी म. सा. आज 23/12/2024 सोमवार को प्रातः विहार कर पारसिवनी विराजित।आज रात्रि विश्राम पारसिवनी में श्री बोथरा के यहाँ ।

आपके आहार विहार एवं उपवास,मौन साधना की सुखसाता पुछते हुऐ विधिवत् वंदन है। रायपुर से बैतूल की ओर विहार सेवा में जयपुर , सवाईमाधोपुर, इन्दौर, बेरछा, बालाघाट, मनसर पारसिवनी, कान्तिलाल बागरेचा, प्रकाश कोठारी, नाथूलाला, अनिल भण्डारी, कमलेश वैध, राजु, विनोद भाई, संजय जैन सभी श्रावक गण बहुत ही अहोभाव से विहार सेवा का लाभ ले रहे हैं।