राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 6 जनवरी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान आज 6 जनवरी 2025 को दिग्विजय कालेज के सामने विभिन्न नगर पालिक निगम राजनांदगांव अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में देश, प्रदेश और राजनांदगांव जिले में विकास के कार्य हो रहे हैं, राजनांदगांव शहर को एक बेहतर क्षेत्र बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज 25 करोड़ 62 लाख 10 हजार रूपए की लागत से विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही अमृत मिशन के अंतर्गत 125 करोड़ रूपए के कार्यों का शुभारंभ किया जाएगा। साथ ही 100 करोड़ रूपए की लागत के एसटीपी कार्यों की स्वीकृति भी जल्द ही दी जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि डामरीकरण सहित विभिन्न कार्यों की शुरूआत की गई है, उन कार्यों को शीघ्र पूरा करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्णक कार्य करने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों की है।
उन्होंने कहा कि विकास एवं निर्माण के कार्य अनवरत चलने वाली प्रक्रिया है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने देश एवं प्रदेश में राजनांदगांव की पहचान बनाने में महंत राजा घासीदास, राजा सर्वेश्वर दास, राजा दिग्विजय दास के योगदान का स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि इन विभूतियों ने राजनांदगांव में नागरिकों के आवागमन की सुविधा बढ़ाने, विद्युत, पेयजल की सुविधा के लिए कार्य किया। इसके अलावा शिक्षा को बढ़ावा देने और पीढिय़ों के निर्माण के लिए महल को भी दान किया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की राजधानी रायपुर में भी प्रदेश का एक मात्र घासीदास संग्रहालय भी यहीं के राजा की देन है, यहां तक कि रायपुर में पेयजल आपूर्ति हेतु पहली पानी की टंकी का निर्माण में यहां के राजा का योगदान है। इस दौरान 26 जनवरी 2025 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित एट होम रिसेप्शन में शामिल होने के लिए चयनित लखपति दीदी श्रीमती दिव्या निषाद को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
प्रारंभ में कलेक्टर एवं निगम प्रशासक संजय अग्रवाल ने विकास कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम को सांसद संतोष पाण्डे, मधुसूदन यादव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता पदाधिकारी तथा निगम आयुक्त, जिला पंजायत सीईओ, एसडीएम इत्यादि उपस्थित थे।