राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक स्व. देव्रवत सिंह के निधन के बाद उपचुनाव होना है। नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष को लेकर जिस ढंग से कांग्रेस, भाजपा में बराबरी की टक्कर रही है। इससे ऐसा लगता है कि पिछड़ा वर्ग बाहुल्य खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस व भाजपा के बीच सामान्य वर्ग से भी जीत सकने वाले प्रत्याशी दिख रहे हैं। वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष की गुटबाजी को लेकर चर्चाओं का दौर थम नहीं रहा है। कुछ लोगों को सीएम हाउस व उससे जुड़े नजदीकियों के द्वारा तथाकथित खैरागढ़ क्षेत्र से बाहरी नेता को शिकायतों के आधार पर नाराजगी भी झेलनी पड़ी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम दो दिन पूर्व ही काग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के पश्चात गुटबाजों व पालिका चुनाव परिणामों को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं।
कल खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुए पंचायत प्रतिनिधियों के चुनाव में अजीबो गरीब स्थिति रही। जहां जनपद पंचायत अध्यक्ष यशोदा वर्मा के रिश्तेदार डोमार वर्मा को टिकट दी गई। चुनाव परिणाम सर्वाधिक दुखद रहे। भाजपा के शैलेन्द्र मिश्रा भारी मतों से लगभग 1300 मतों से जीते हैं। उन्होंने एहसास करा दिया कि लोधी बाहुल्य क्षेत्र में भी भाजपा के सामान्य प्रत्याशी चुनाव जीत सकते हैं। जनपद पंचायत क्षेत्र क्रमांक 19 खजरी, जहां कल चुनाव परिणाम आते ही शैलेन्द्र मिश्रा की जीत ने सत्ता पक्ष के कांग्रेसियों को चुनाव परिणाम ने निराश किया।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने तीन दिन पूर्व ही टिकट मांगने वालों को कहा था कि अपने वार्ड व ग्राम के मतदान केन्द्रों का चार चुनाव का परिणाम भेजे। खैरागढ़ विधानसभा का उपचुनाव अगले माह संभावित है। पूर्व विधायक गिरवर जंघेल जहां क्षेत्र में निर्माण विकास कार्यों के भूमि पूजन शिलान्यास में लगे हैं। वहीं दूसरी ओर स्व. देवव्रत सिंह द्वारा स्वीकृत कराये गये। निर्माण एवं विकास कार्यों की सूची उनकी प्रथम पत्नी श्रीमती पदमा सिंह को प्राप्त हुई है। क्षेत्रवासी उन्हें व उनके पुत्र, पुत्री को अपने गांव में बुलाकर विकास कार्यों का भूमि पूजन शिलान्यास इत्यादि कराने चाहते हैं।
खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को देखते हुए फिलहाल सत्ता पक्ष कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित करने के मामले में स्पष्ट संकेत किसी को दिया हो, ऐसा नहीं लग रहा है। लेकिन विधानसभा क्षेत्र के बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों ने युवरानी पदमा सिंह को खैरागढ़ विधानसभा से प्रत्याशी के रूप में देखना चाहते हैं। जानकारी के अनुसार जोगी कांग्रेस के लोग भी विधानसभा क्षेत्र से पिछड़ा वर्ग प्रत्याशी के रूप में देवव्रत सिंह की द्वितीय पत्नी विभा सिंह मैदान में नहीं उतरी तो साहू या लोधी समाज को जोगी कांग्रेस टिकट दे सकती है। जोगी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमित जोगी उपचुनाव में खैरागढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर सामने आ सकते हैं। फिलहाल कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टी विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय दिख रही है। लेकिन खैरागढ़ नगर पालिका में गुटों में बटी कांग्रेस पालिका चुनाव के बाद घर में ही बैठे दिख रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम तीन दिन पूर्व ही कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे थे। इस बीच उन्होंने खैरागढ़ के नगर पालिका पहुंचकर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के आमंत्रण पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कांग्रेस नेता गुलाब चोपड़ा, नीलेन्द्र शर्मा भी चाय के बहाने अपने घर श्री मरकाम को लेकर गये। जहां संक्षिप्त में राजनीतिक चर्चाओं का अदान प्रदान होना बताया गया है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सर्वाधिक नजदीकी तथा राजनांदगांव शहर व जिले के राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखने वाले प्रदेश खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन की नजर भी गुटबाजों पर है। अपुष्ट जानकारी के अनुसार श्री देवांगन ने खैरागढ़ में नगर पालिका में विकास कार्यों के निविदा को लेकर जिस ढंग से कांग्रेस की गुटबाजी सामने आयी । क्षेत्र के बाहरी नेताओं का दखल हुआ। उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए तथा कथित नेता पर नाराजगी भी व्यक्त की। इसकी चर्चा हो रही है।
बहरहाल खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव जहां लगभग 52 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग निवासरत है तथा इसमें 40 प्रतिशत अकेले लोधी बाहुल्य है। इसलिए कांग्रेस को भी प्रत्याशी चयन के मामले में काफी सावधानी से प्रत्याशी चयन के मामले सतर्कता बरतनी होगी। खैरागढ़ परिवार से पदमा सिंह की दावेदारी उनके पुत्र, पुत्री की मंशानुरूप क्षेत्र के लोगों की सहमति मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अंतिम मुहर ही प्रमुख होगी।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्य प्रत्याशी जीवन चेलक 486 वोट से चुनाव जीते हैं। पूर्व विधायक गिरवर जंघेल ने मुंह मीठा कर बधाई दी।