राजिम (अमर छत्तीसगढ) 18 फरवरी। छत्तीसगढ़ की सबसे बड़े माघी पूर्णिमा कुंभ मेला महोत्सव राजीव लोचन के सानिध्य आयोजित की जाती है जहां छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा मंच सजाया जाता है ।इस मंच में छत्तीसगढ़ के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के तमाम नाम चिन्ह कलाकार अपनी प्रस्तुति देते हैं ।
इसी मंच में संस्कारधानी राजनांदगांव की सबसे पुरानी एकमात्र संस्था विष्णु कश्यप कृत छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक लोक कला मंच स्वर धारा अपने पूरे 35 कलाकारों के साथ शानदार प्रस्तुति दी है। जिसमें लोक गायक देवानंद वर्मा आरती साहू प्रेमा बंजारे श्वेता मानिकपुरी, अंजलि सोनवान और युवा कलाकार धनंजय साहू अपनी शानदार प्रस्तुति दी ।
कार्यक्रम की शुरुआत शानदार संचालन के साथ धनंजय साहू ने शुरूआत किया इसके बाद छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ लोक गायक विष्णु कश्यप में भगवान गजानंद एवं मातारानी के वंदना के साथ छत्तीसगढ़ी के सुवा ददरिया करमा पंथी पंडवानी भरथरी जैसे अनेक विधाओं की प्रस्तुति दिए।
इस प्रस्तुति में दर्शकों का बहुत ही प्यार मिला साथ ही राजिम कुंभ मेला के आयोजक और पदाधिकारियों ने बधाई दिए। सरधारा परिवार संस्कार धानी राजनांदगांव से लगातार 38 वर्षों का कल यात्रा का सफर आज तक से चल रहा है जो हमारे छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि विभिन्न राज्यों में भी अपनी शानदार प्रस्तुति देते आ रहे हैं ।आने वाले महाशिवरात्रि में 26 फरवरी को अपनी पूरी टीम के साथ गुंडरदेरही के समीप भोथली में अपनी भव्य प्रस्तुति देंगे।
इस कार्यक्रम में संगीत पक्ष तेजराम साहू, दिव्यप्रकाश, ऋषभ ठाकुर, दानेश्वर साहू, जिनेन्द्र कुमार एवं नृत्य पक्ष में नरेश सोनवान,विक्की, दुमेश, लोकेश, अजय, विक्की यादव, राधा, डॉली, टिकेश, शेखर, लिसा, दुलेश मरकाम, कुंदन वर्मा, कमलेश सहित पूरे 35 कलाकार सम्मिलित हुवे थे। जो हमारे राजनांदगांव जिले के लिए बहुत ही गौरव की बात है।