राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) ग्राम बांकल, पनेका के पास शिवनाथ नदी में रेत के अवैध खनन व परिवहन को लेकर लगातार शिकायतों का दौर चल रहा है। इसी तारतम्य में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिये थे। एसडीएम अरूण वर्मा ने जांच टीम गठित की थी। जल संसाधन उप संभाग राजनांदगांव क्रमांक 2 के उपयंत्री एस के झा ने अपनी रिपोर्ट में कार्यपालन अभियंता जीडी रामटेके को प्रस्तुत करते हुए कहा कि स्थल निरीक्षण किया जिसमें नदी के प्रवाह में किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं डाली एवं रेती निकालने से नदी की गहराई बढऩे से पानी का जल भराव अधिक मात्रा में अधिक क्षेत्र में हो रहा है। जिससे किसी भी प्रकार जल संसाधन विभाग को आपत्ति नहीं है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद श्री रामटेके ने तत्काल के विभाग के उपअभियंता को स्पष्ट कहा कि जांच ग्राम भंवरमरा की ओर से किया गया है। उस निरीक्षण प्रतिवेदन से सहमत नहीं है। अत: ग्राम बांकल की ओर से स्थल परीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन कार्यालय को तत्काल प्रस्तुत करें।
बांकल पनेका नदी में रेत के अवैध खनन व परिवहन को लेकर शिकायतों का दौर चल रहा है। ग्रामवासियों के साथ सत्ता पक्ष के लोग भी शिकायत कर रहे हैं कि रेत के अवैध खनन व परिवहन को लेकर नदी को क्षति पहुंची है। हजारों मीट्रिक टन का परिवहन हो चुका है।
जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं होने की वजह से फिर से जांच कमेटी की गई। जिसमें जल संसाधन संभाग के एसडीओ व उनकी टीम राजस्व व खनिज विभाग के अधिकारियों के साथ फिर से बांकल पनेका पहुंचकर स्थल निरीक्षण किया गया। जांच में पाया गया कि ठेकेदार द्वारा नदी में रास्ता बनाकर बनाया गया है। इससे पानी का बहाव रूक रहा है। जल संसाधन संभाग ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। टीम ने पट्टाधारी द्वारा नदी पर रेत की सड़क बनाकर पानी के बहाव को रोकने को गलत बताया तथा तत्काल हटाने की सिफारिश की गई है। संपूर्ण मामले में ग्रामवासियों ने भी उपस्थित होकर अपना पक्ष रखा। राजस्व विभाग के अनुसार संयुक्त सीमांकन रिपोर्ट के अनुसार पट्टाधारी द्वारा रेत उत्खन्न हेतु स्वीकृत क्षेत्र 406 रकबा 4.850 हे. से बाहर रेत खनन किया गया। वहीं दूसरी ओर पट्टाधारी श्रीमती अर्चना दास ने अपने बयान में कहा है कि उस क्षेत्र का एक से अधिक बार सीमांकन कराया गया। वे अपने खनिज क्षेत्र से ही रेत खनन व निकास की है। जांच रिपोर्ट में स्पष्ट कहा कि पट्टाधारी द्वारा स्वीकृत क्षेत्र के बाहर रेत का उत्खनन किया। रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जायेगी। आगे भी कार्रवाई राजस्व एवं खनिज विभाग ही करेंगे।