नक्सलियों ने की पूर्व विधायक के ससुर की हत्या, गांव में गए थे त्यौहार मनाने

नक्सलियों ने की पूर्व विधायक के ससुर की हत्या, गांव में गए थे त्यौहार मनाने

कोंटा(अमर छत्तीसगढ) 5 मार्च। कोंटा विकासखंड के सूदूर वनांचल गांव पेंटापाड़ में सोमवार शाम ग्राम पटेल को नक्सलियों ने मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से मिली जानकारी अनुसार मारे गए ग्रामीण कमलू हिड़मा (60) कोंटा के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम के छोटे ससुर थे। नक्सलियों से मिली चेतावनी के बाद वे बीते दो वर्षों से कोंटा बेस कैम्प में निवासरत थे। वे अपने मूल गांव पेंटापाड़ त्योहार मनाने गए थे।

ज्ञात हो कि टब्बाकोंटा में सुरक्षा बलों के नवीन कैंप खुलने और नक्सलवाद के खात्मे की खबरों के चलते हिम्मत कर अपने गांव पहुंचे ग्रामीण को नक्सलियों ने मौका देख मौत के घाट उतार दिया। चिंतागुफा थाना में मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

नक्सलियों द्वारा किए गए इस हत्या पर पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हिंसा से हिंसा और बढ़ेगा। जो लोग भी हत्या किए वे खुद भी सोचें की किसकी हत्या की है। बिना सच्चाई जाने इस प्रकार की हत्याओं से जनता उनके खिलाफ हो रही है। ये जो लड़के कर रहे हैं, उनको ये भी नहीं मालूम है कि उनका सिद्धांत क्या है, मार्क्स व माओ ने क्या कहा। हिंसा पर उतारू हैं, मेरे ससुर को मैं जानता था, वे वैसे नहीं थे, जैसा आरोप लगाया जा रहा है।

चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पेंटापाड़ ग्राम पटेल कलमू हिड़मा के हत्या की जिम्मेदारी नक्सल संगठन कोंटा एरिया कमेटी ने ली है। नक्सलियों ने पर्चा जारी कर कहा कि हिड़मा पार्टी विरोधी हो कर गांव छोड़कर चले गए थे, उन पर वापस लौट कर लोगों को डराने धमकाने तथा जमीन कब्जा करने जैसे आरोप लगाया गया है। नक्सलियों ने गांव छोड़कर गए अन्य ग्रामों के लोग जो आंध्र तेलंगाना में बसे है वे क्षेत्र की परिस्थितियों में बदलाव देख तथा सड़क मार्ग बनने कैंप खुलने के बाद वापस लौट रहे ग्रामीणों को भी धमकी दी है।

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