कवर्धा(अमर छत्तीसगढ), 08 मार्च 2025। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर वर्ष की प्रथम नेशनल लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के तहत प्रदेश स्तर पर आयोजित इस लोक अदालत का शुभारंभ एडीआर भवन, कवर्धा में श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कबीरधाम द्वारा माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं आशीर्वाद लेकर किया गया। इस अवसर पर उन्होंने महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए न्यायिक प्रक्रिया में लोक अदालतों की भूमिका पर प्रकाश डाला।

महिला दिवस के उपलक्ष्य में नेशनल लोक अदालत की कार्यवाही शुरू होने से पहले न्यायालय परिसर में मौजूद महिला कर्मचारियों एवं महिला पक्षकारों को पुष्पगुच्छ एवं पेन भेंट कर सम्मानित किया गया। इस बार की नेशनल लोक अदालत को यादगार बनाने के लिए न्यायालय परिसर में विशेष सेल्फी प्वाइंट बनाया गया, जहां पक्षकार एवं आगंतुक अपनी मनमोहक तस्वीरें ले सके। इस पहल को सभी ने सराहा।
लोक अदालत के तहत प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए कुल 09 खंडपीठ गठित किए गए, जिनमें न्यायालय क्रमांक 01 में श्रीमती सत्यभामा अजय दुबे, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, क्रमांक 02 में श्री लीलाधर सारथी, कुटुंब न्यायाधीश, कवर्धा, क्रमांक 03 में श्रीमती योगिता विनय वासनिक, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, क्रमांक 04 में श्री श्रीनिवास तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, क्रमांक 05 में श्री गितेश कुमार कौशिक, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, क्रमांक 06 में श्रीमती राजेश्वरी सूर्यवंशी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, कवर्धा, क्रमांक 07 में कु. पूजा मण्डावी, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, कवर्धा, क्रमांक 08 में किशोर न्याय बोर्ड, कवर्धा तथा क्रमांक 09 में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी, पंडरिया शामिल रहे।
08 मार्च 2025 को आयोजित नेशनल लोक अदालत में कुल 24,858 प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया गया, जिसमें 1,02,10,289 रुपए की राशि के सेटलमेंट हुए। मोटर दुर्घटना दावा प्रकरणों में 12 में से 08 का निराकरण कर 31,39,020 रुपए की अवार्ड राशि स्वीकृत की गई, वहीं कुटुंब न्यायालय में 44 में से 29 प्रकरणों का निराकरण कर 3,36,100 रुपए की राशि अवार्ड की गई। राजस्व न्यायालयों में 16,808 प्रकरण, विद्युत विभाग के 5,113, बैंकों के 1,055, दूरसंचार विभाग के 48 और जलकर से जुड़े 163 प्रकरणों का निराकरण किया गया। प्रीलिटिगेशन के 5,113 प्रकरणों में 3,89,237 रुपए वसूली गई, बैंकों के 1,055 प्रकरणों में 2,34,000 रुपए का सेटलमेंट हुआ तथा जलकर मामलों में 2,11,036 रुपए का निपटारा किया गया।
सफल सुलह-समझौते के बाद न्यायालय परिसर में पक्षकारों को पौधे वितरित किए गए, साथ ही उनसे रोपण एवं संरक्षण की अपील की गई। न्यायालय ने संदेश दिया कि यदि प्रत्येक व्यक्ति एक पौधा लगाए और उसका संरक्षण करे, तो आने वाले वर्षों में बढ़ती गर्मी को नियंत्रित किया जा सकता है।
महिला दिवस के अवसर पर शासकीय पोस्ट मैट्रिक अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास, कवर्धा में विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इसमें माननीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती योगिता विनय वासनिक एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कु. पूजा मण्डावी ने महिलाओं के अधिकारों एवं संबंधित कानूनों की जानकारी दी। “सशक्त महिला, समृद्ध भारत” की थीम पर आयोजित इस शिविर में महिलाओं को शिक्षा, आत्मनिर्भरता, व्यवसाय एवं सेवाक्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया गया। प्रेरणादायक महिलाओं के उदाहरण प्रस्तुत कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया गया।
वर्ष 2025 की प्रथम नेशनल लोक अदालत में अब तक के सभी लोक अदालतों से अधिक संख्या में प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिससे यह आयोजन एक नई उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ। इस भव्य आयोजन ने महिलाओं के सम्मान, न्यायिक प्रक्रियाओं की सरलता और सामाजिक सशक्तिकरण का संदेश दिया।