राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) 10 मार्च। निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने नागरिकों से अपील की है कि होलिका दहन के लिये हरे-भरे पेड,पौधों की कटायी नहीं की जानी चाहिये बल्कि इसके लिये सुखी एवं बेकार पड़ी लकड़ी इस्तेमाल करनी चाहिए।
जिससे पर्यावरण को संरक्षण प्रदान किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से होलिका दहन पक्की डामरीकृत सड़को पर तथा विद्युत खंभो एवं तारों के नीचे नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विद्युत खंभा या तार के नीचे होलिका दहन करने से आग लगने की संभावना बनी रहती है और तार मे आग लगने से विद्युत प्रभाव में अवरोध उत्पन्न होगा।
आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने कहा है कि नागरिको की सुविधा के लिये कुछ दिनों पूर्व ही शहर की सडको में डामरीकरण किया गया है, चुकि सड़कों पर होलिका दहन से सड़के खराब होंगी और राशि का अपव्यय होगा। इसलिये खुली जगह में होलिका दहन किया जाये, इसका कडाई से पालन किया जाये।

आयुक्त ने निगम के अधिकारियो व कर्मचारियों से कहा है कि होलिका दहन स्थलो का निरीक्षण कर संबंधितो को समझाईस देवे कि वे सड़क के बीच या डाकरीकृत सड़क में होलिका दहन न करें।
उन्होंने होली त्यौहार के दौरान जल का अपव्यय कम से कम करने की भी अपील की है। क्योकि इस वर्ष गर्मी के प्रथम माह से ही शिवनाथ नदी का जल स्तर कम हो गया है और पूरे गर्मी माह भर नागरिकों को पेयजल उपलब्ध कराना है। अतः उक्त बातो को ध्यान मे रखकर जल का अपव्यय कम से कम करे।