भगवान आदिनाथ के जन्म जयंती के पावन अवसर पर निकली भव्य शोभायात्रा…. आचार्य विद्या सागर जी महाराज जी के “चरण चिन्ह” जो कि चन्द्रगिरि तीर्थ से प्रतिष्ठित होकर तीनों मंदिर जी में होंगे विराजमान

भगवान आदिनाथ के जन्म जयंती के पावन अवसर पर निकली भव्य शोभायात्रा…. आचार्य विद्या सागर जी महाराज जी के “चरण चिन्ह” जो कि चन्द्रगिरि तीर्थ से प्रतिष्ठित होकर तीनों मंदिर जी में होंगे विराजमान

बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) 23 मार्च। भगवान आदिनाथ के जन्म जयंती के पावन अवसर पर भव्य जुलूस निकला । क्रांति नगर जैन मंदिर होते हुए शहर के विभिन्न रास्तों से शोभायात्रा निकली । इस अवसर पर समाज की श्रावक श्राविका बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।

शोभायात्रा में पूजन वेशभूषा धारण कर भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को कंधों में लेकर रथ यात्रा निकली । बाजे गाजे के साथ शोभायात्रा में भगवान आदिनाथ, महावीर स्वामी के जयकारा के साथ निकली ।

प्रथम तीर्थंकर 1008 श्री आदिनाथ भगवान का जन्म कल्याण एवं तप कल्याण महोत्सव “चैत्र मास कृष्ण पक्ष तिथि नवमी “दिनांक 23.03.2025 दिन “रविवार” को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया । मूलनायक *1008श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर क्रांतिनगर में मंगलाष्टक प्रातः 06.45 बजे प्रारम्भ हुआ एवं अभिषेक, शांतिधारा के पश्चात पूजन के साथ प्रातः 07.30 बजे विधि विधान के साथ श्री जी की भव्य शोभा यात्रा “विमानोत्सव” बड़े ही भक्ति भाव से निकाली गई ।

साथ ही संत शिरोमणि आचार्य विद्या सागर जी महाराज जी के “चरण चिन्ह” जो कि चन्द्रगिरि तीर्थ से प्रतिष्ठित होकर तीनों मंदिर जी के विराजमान होना हैं। उन “चरण चिन्हों “ कि भी प्रभातफेरी बड़े ही हर्षोल्लाससाथ निकाली गई ।

अध्यक्ष दीपक जैन बिलासपुर जैन सभा ने बताया कि सभी पुरुष वर्ग “सोले” में ही भगवान के” विमानोत्सव “ में शामिल हुए । महिला वर्ग केशरिया साड़ी में तथा महिला मंडल अपनी -अपनी निर्धारित ड्रेस कोड में थी सभी बच्चे जैन धर्म का ध्वजारोहण लेकर सबसे आगे चले उनके पीछे बैंड बाजे फिर श्री जी का विमान,विमान के पीछे चरण चिह्न, महिला मंडल एवं महिलाए केशरिया साड़ी में चली ।

बिलासपुर स्थित तीनों जिनालय के लिए चंद्रगिरि से संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के चरण चिन्ह बिलासपुर आए थे। अष्ट धातु से निर्मित 108 किलो के इन चरण चिन्हों की भी शोभायात्रा निकाली गई ।शोभा यात्रा क्रांतिनगर जैन मंदिर से प्रारंभ होकर साईं मंदिर, राम मैग्नेटो मॉल, गायत्री मंदिर, विनोबा नगर होते हुए वापस क्रांतिनगर मंदिर पहुंची। जिसके उपरांत श्री जी का अभिषेक एवं शांतिधारा की गई।

”विमानोत्सव”क्रांति नगर मंदिर जी से प्रारंभ होकर श्री मंत सेठ श्री विनोद जैन, श्री प्रवीण जैन के घर सामने से साईं दरबार, मैग्नेटो मॉल से गायत्री मंदिर चौक होते हुए R-8 से मंदिर जी की परिक्रमा करते हुए, मंदिर जी पहुंचा तत्पचात् श्री जी का अभिषेक शांतिधारा एवं पूजन बड़े ही भक्ति भाव से संगीत मय वातावरण में बोलियों के माध्यम से श्री जी का अभिषेक हुआ ।


जिसमे श्री मंत सेठ प्रवीण जैन ने श्री जी को विमान में विराजित किया एवं सारथी के रूप में श्री कैलाश, ऋषभ जैन, सुनील जैन,मुकेश जैन एवं चरण चिह्न के सारथी अमित जैन बने साथ ही श्री जी जब नगर भ्रमण कर वापस मंदिर जी पहुँचे तब श्री जी अभिषेक का सौभाग्य श्री सोधर्म इंद्र श्री राकेश जैन, शैलेश जैन, बाहुबली जैन, सुकुमार जैन,भूपेंद्र चंदेरिया, प्रमोद जैन परिवार को मिला तत्पश्चात भगवान का पूजन किया गया ।

1008 श्री पंचबालयती मंदिरजी सन्मति विहार एवं 1008 श्री पार्श्व नाथ दिगम्बर जैन मंदिरजी सरकंडा में मंगलाष्टक प्रातः 07.00बजे प्रारंभ हुआ पश्चात् अभिषेकएवं शांति धारा पूजन किया गया। सकल जैन समाज के भोजन की व्यवस्था श्रीमंत सेठ श्री प्रवीण जैन, श्री मति शकुन जैन, श्री प्रशांत जैन, श्री मति जिमी जैन, विहान,टियारा जैन कि ओर से रखी गई l श्री टी. सी. जैन अंकल, वीर कुमार जैन परिवार के द्वारा भी मिष्ठान वितरण किया गया ।

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