राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव को लेकर सरगर्मीयां तेज है। लगभग पौने दो वर्ष के लिए रिक्त स्थान को भरा जाना है। इसके बाद आम चुनाव भी होना है। खैरागढ़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र में सर्वाधिक विधायक कांग्रेस का रहा है। तीन बार उपचुनाव हुए है। पिछड़ा वर्ग बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र में इस बार कांग्रेस, भाजपा ही नहीं, जोगी कांग्रेस भी दांव लगाने तत्पर है। प्रतयाशी चयन को लेकर कांग्रेस में जहां मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ही पसंद पर अंतिम मुहर लगना है। वहीं भाजपा भी आवश्यकता हुईं सामान्य वर्ग प्रत्याशी मैदान में उतार सकता है। जोगी कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार पिछड़ा वर्ग से भी उनका प्रत्याशी मैदान में रहेगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि यह विधानसभा सीट जोगी कांग्रेस विधायक देवव्रत सिंह के निधन के पश्चात रिक्त हुई है। उनकी प्रथम पत्नी पदमा सिंह भी चुनाव मैदान में उतरने के लिए तत्पर है।
इस मामले को लेकर जानकारी के अनुसार उन्होंने राहुल गांधी, पी एल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित वरिष्ठ नेताओं से मिल चुकी है। दूसरी ओर स्व. देवव्रत सिह की द्वितीय पत्नी विभा सिंह चुनाव तो नहीं लडऩा चाहती लेकिन पदमा सिंह के लिए बाधा के रूप में प्रस्तुत होते दिख रही है। फिलहाल खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए सबसे ज्यादा नाम सर्वाधिक चर्चाओं में वार्ड क्रमांक चार राज फैमली निवासी उत्तम सिंह ठाकुर का लगातार सामने आ रहा है।
फिलहाल वे विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क के मामले में लोगों से सर्वाधिक नजदीक दिख रहे है तथा ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में आयोजित छोट-बड़े सभी आयोजनों में धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उनकी उपस्थिति ने एहसास कराया है कि उनका परिवार भी 70 वर्ष से अधिक समय से कांग्रेस के साथ है। उत्तम सिंह के भाई शहर के प्रमुख व्यवसायी, समाजसेवी बीबीसी भोला की लोगों से जनसंर्पक व सक्रियता उत्तम ठाकुर के लिए काफी कारगार सिद्ध हो रही है।
विधानसभा उप चुनाव के लिए चर्चाओं में पहली प्राथमिकता सत्ता पक्ष कांग्रेेस व भाजपा की पिछड़ा वर्ग पुरूष की दिख रही है। पिछड़ा वर्ग के महिलाओं की चर्चा भी हो रही है। शासकीय आईबी, एलआईबी व जितने भी सूचना तंत्र शासकीय है इस बार उनकी रिपेार्ट भी काफी महत्वपूर्ण कांग्रेस के उच्चत स्तरीय समिति के पास भी पहुंच रही है बताया जाता है कि प्रत्याशी चयन के मामले में सिर्फ तीन नामों की सूची पर ही निर्णय होना है। तीन नामों की सूचि में नाम जुुड़वाने कांग्रेस के लगभग आधा दर्जन मैदान में दिख रहे है। जिसमें पूर्व विधायक गिरवर जंघेल भी शामिल है। उनके साथ ही पिछड़ा वर्ग से निलांबर तथा उनकी पत्नी भी दौड़ में शामिल दिख रही है। सामान्य वर्ग से भी कुछ नामों की चर्चा लगातार हो रही है।
जहां तक भारतीय जनता पार्टी की बात है। कोमल जंघेल को नहीं मिली तो लोकेश्वरी जंघेल, पति श्रवण जंघेल का नाम वे आगे कर सकते है। जहां तक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के भांजे विक्रांत सिंह की बात है, उनकी भी दौड़ टिकट के लिए जारी बताई गई है। गंडई के खम्मन ताम्रकार भी पिछे नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने भी चुनाव समिति का गठन कर लिया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का भारी भरकम चुनाव समिति गठित हुई है, जिसमें पूर्व विधायक भोला राम साहू का भी नाम है।
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो अंतिम मुहर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ही लगेगी। बताया जाता है कि इस मामले में उन्होंने राष्ट्रीय हाई कमान विशेषकर राहुल गांधी से भी चर्चा कर ली है? आज शाम को कांग्रेस के चुनाव समिति की बैठक हो रही है। चुनावी आचार संहिता लग गई है। 17 मार्च से नामांकन, 24 को वापसी , 12 अप्रैल को मतदान, 16 अप्रैल को चुनाव परिणाम आना है। आंतरिक तौर पर खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र में पार्टीजनों के ही बीच गुटबाजी को लेकर घमासान दिख रहा है। कमोबेश दर्जनभर चुनावी टिकट के लाइन पर दिख रहे हैं। जबकि भाजपा में स्थिति दो-तीन नामों के मध्य ही दिख रही है। पुलिस व जिला प्रशासन व नगर पालिका परिषद खैरागढ़ में आचार संहिता लागू होते ही अपनी सक्रियता तेज कर ली है। शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर भी सारी व्यवस्थाएं की जा रही है।
खैरागढ़ राजपरिवार की स्थिति प्रत्याशी चयन के बाद ही स्पष्ट होगी। गैर पिछड़ा वर्ग की बात आई तो उत्तम सिंह ठाकुर पर राय बन सकती है। ऐसी चर्चा भी हो रही है।