राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) आगामी 12 अप्रैल को जिले में खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए होने वाले मतदान को लेकर शासन प्रशासन स्तर पर तैयारियां चल रही है वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष विशेषकर कांग्रेस में चार दर्जन लोगों की भीड़ टिकार्थियों की लंबी भीड़ के चलते बीती शाम को प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया ने चर्चा के अनुसार सभी को कहा कि अपना आवेदन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को सौंप दें। बीती शाम को चुनाव समिति की होने वाली बैठक दे रात तक टलने के समाचार है। बाद में सीएम हाउस में चर्चा होने की बात कही जा रही है। नगर पालिका परिषद खैरागढ़ में होने वाले चुनाव के अवसर पर चर्चाओं के अनुसार विशेषकर कांग्रेस के कुछ नेता भी कह रहे हैं कि खैरागढ़ को जिला बनाने के लिए प्रभारी मंत्री ने पहले ही आश्वासन दिया है। इस चुनाव में यह भी मतदाओं के मध्य चर्चाओं में आ सकता है। टिकट को लेकर भाजपा में कहा नाममात्र के ही प्रत्याशी दिख रहे हंै लेकिन कांग्रेस में पिछड़ा वर्ग महिला, पुरूष के साथ सामान्य वर्ग ही नहीं, राजपरिवार में भी दो महिलाओं ने टिकट के लिए आवेदन लगाया है। वहीं दूसरी ओर जोगी कांग्रेस ने चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है। वरिष्ठ नेता व जिला अध्यक्ष विष्णु लोधी ने कहा कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी उतार रही है। यह चुनाव भी जोगी कांग्रेस के खैरागढ़ के युवराज स्व. देवव्रत सिंह ने चुनाव जीता था। उनकी वजह से चुनाव परिणाम में भाजपा दूसरे स्थान एवं कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली गई थी। कांग्रेस में टिकार्थियों की भीड़ को देखते हुए गुटबाजी की स्थिति बनी रही तो सत्ता पक्ष को यह सीट अपने कब्जे में करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
“सांध्य दैनिक अमर छत्तीसगढ़ एवं अमर छत्तीसगढ़ की डॉट कॉम” कल खैरागढ़ नगर में विभिन्न लोगों से चर्चा कर उनकी राय जाननी चाही। कांग्रेस के जहां दौड़ में पूर्व विधायक गिरवर जंघेल, पदमा सिंह, कोमल जंघेल के साथ पिछड़ावर्ग महिला, पुरूष प्रत्याशि सबसे ज्यादा सक्रिय दिख रहे है। नगर पालिका परिषद चुनाव काफी मशक्कत के बाद टॉस के आधार पर चुनाव जितने वाली कांग्रेस को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष मात्र 2 वोट से पार्षद चुने गये। जीतकर अध्यक्ष बने। राजपरिवार इस बार खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए जहां स्व. देवव्रत सिंह की पहली पत्नी श्रीमती पदमा सिंह टिकट के लिए अपनी उपस्थिति हाईकमान तक दर्ज करा चुकी है। निर्णय भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी लेना है। वहीं दूसरी ओर स्व. देवव्रत सिंह की बहन स्मृति भार्गव, स्मृति भी खुलकर टिकट मांगने के लिए सामने आ गई है। बताया जाता है कि चर्चाओं के अनुसार उन्होंने दिग्विजय के सामने भी उपस्थिति दर्ज कराई है। जबकि खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र से नया उभरता नाम शिक्षित व पार्टी में सक्रिय उत्तम सिंह ठाकुर की चर्चा कमेटी के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम तक भी पहुुंच गई है।
उपचुनाव में कांग्रेस लगातार कह रही है कि जीतने वालों को मौका मिलेगा। लेकिन मापदंड की स्थिति स्पष्ट नहीं होने से टिकट मांगने वाले भी पसोपेस में दिख रहे हैं। खैरागढ़ के कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने नाम नहीं छापने के शर्त पर कहा कि नगर पालिका परिषद चुनाव में प्रभारी मंत्री ने खैरागढ़ को जिला बनाने के मामले में अपनी सहमति के साथ दिसंबर की तारीख भी तय कर दी थी। चुनावी सभा में भी अस्पष्ट रूप से खैरागढ़ को जिला बनाने के मामले में मौन सहमति का एहसास मतदाताओं को होता रहा है।
जानकारी के अनुसार कल लगभग 4 दर्जन लोगों ने जिसमें पिछड़ा वर्ग महिला पुरूष, सामान्य वर्ग महिला पुरूष अपना आवेदन लेकर पहुंचे थे। श्री पुनिया ने टिकार्थियों को कहा कि अध्यक्ष को अपना आवेदन सौंप दें। पिछड़ा वर्ग बाहुल्य विधानसभा चुनाव क्षेत्र में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष दोनों ही पिछड़ा वर्ग के साथ सामान्य वर्ग से भी प्रत्याशी मैदान में उतारने तत्पर दिख रहे हैं। जहां तक क्षेत्र में जोगी कांग्रेस की बात है। पिछली बार बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग ने जोगी कांग्रेस प्रत्याशी देव्रवत सिंह को साथ दिया था। विधानसभा उप चुनाव समय काफी कम है। इसके बावजूद जागरूक मतदाता अपना मन पसंद प्रत्याशी चुनने के मामले में चर्चाओं के अनुसार काफी जागरूक दिख रहे हैं। इस बार चुनावी मैदान में जिला पंचायत के सदस्य पंचायत प्रतिनिधि, महिला, पुरूष भी टिकट मांगने की दौड़ में कांग्र्रेस में दिख रहे हैं। प्रत्याशी चयन के मामले में अब सत्ता पक्ष, विपक्ष संभवत: निर्णय होली के बाद ही लेंगे।