शहीद दिवस पर कमला नेहरू कॉलेज में व्याख्यान्न आयोजित
कोरबा(अमर छत्तीसगढ़)। बड़े लंबे और कठिन संघर्ष के बाद मिली आजादी का मोल हमें समझना होगा। जब हम उसका मूल्य समझेंगे, तो ही आने वाली पीढ़ी को यह अहसास दिला पाएंगे कि जिस स्वतंत्र हवा में हम सांस ले रहे, उसे हासिल करने इतिहास में अमर हुए युग पुरुषों ने अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। खुद से आगे निकलकर दूसरों के लिए भी कुछ करने का जज्बा ही देश व समाज को एक नई दिशा की ओर अग्रसर करेगा और तभी सरदार भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव जैसे महान क्रांतिकारियों के त्याग को सफल साबित होगा।
यह बातें बुधवार को कमला नेहरू महाविद्यालय में शहीद दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम सह व्याख्यान्नमाला को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ। प्रशांत बोपापुरकर ने कहीं। कॉलेज की एनएसएस इकाई के तत्वावधान में आजादी का अमृत महोत्सव के उद्देश्य के अनुरूप आयोजित हो रहे आयोजनों की श्रृंखला में यह कार्यक्रम रखा गया था। इस दौरान महाविद्यालय के प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ। सुशीला कुजूर ने अमर शहीदों के ऐतिहासिक संघर्ष के बारे में विस्तार से बताया। अंग्रेजी के प्राध्यापक बृजेश तिवारी एवं प्राणिशास्त्र की प्राध्यापक निधि सिंह ने भी महान पुरुषों के बलिदान को स्मरण करते हुए उनके बताए आदर्श मार्गों पर स्वयं चलने और युवाओं को भी प्रेरित करने का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे एनएसएस के जिला संगठक वायके तिवारी ने देश के गौरवशाली इतिहास से प्रेरित करने बच्चों को उनके बारे में बताने, कहानियां सुनाने और सद्मार्ग पर रहने की गुजारिश करते हुए उन्हें जीवन में आत्मसात करने प्रेरित किया। सहायक प्राध्यापक आशुतोष शर्मा, प्रीति जायसवाल, ज्योति दीवान, एवं सुमित बिस्वास ने देशभक्ति से ओतप्रोत कविता का वाचन किया। मंचस्थ अतिथियों में प्रमुख रूप से कॉलेज की वरिष्ठ प्राध्यापक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ। अर्चना सिंह, भूगोल विभागाध्यक्ष अजय मिश्रा,श्री अनिल राठौर विभागाध्यक्ष कंप्यूटर विज्ञान के साथ कार्यक्रम में प्राध्यापक-सहायक प्राध्यापक एवं रासेयो स्वयं सेवकों में जयप्रकाश पटेल शाश्वत शर्मा, रूपा यादव, तुलसी साहू एवं अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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