राजनांदगांव। (अमर छत्तीसगढ़) छत्तीसगढ़ के राजनांदगव के जिले के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर शक्ति पीठ में कल से नवरात्रा प्रारंभ होते ही श्रद्धालुओं भी भीड़ होने लगी है। दो वर्ष का कोविड काल चार नवरात्रि मेले को प्रभावित करता रहा है। ट्रस्ट समिति ने करोड़ों रूपये की लागत से शानदार मंदिर प्रांगण, मंदिर में स्वर्ण कलश की स्थापना, स्वास्थ्य के क्षेत्र में किये जा रहे कार्य तथा नगर जिला प्रदेश ही नहीं देश व विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग यहां मनोकामना ज्योति कलश की स्थापना करा रहे हैं। पिछले 42 वर्षों से ट्रस्ट समिति द्वारा संचालित मंदिर के कार्यों को लेकर अब पहली बार नये सदस्यों के साथ इसी माह के अंत में नये अधिनियम प्रावधानों के तहत चुनाव होने भी जा रहा है। भारत सरकार की प्रसाद योजना को लेकर भी करोड़ रूपये का विकास कार्य भी चल रहा है।
मंदिर ट्रस्ट समिति ने देवी भक्तो, श्रद्धाओं के आगमन पर ट्रस्ट समिति ने मंदिर परिसर में वेटिग हाल, धर्मशाला, होटल, ठंडे पानी की व्यवस्था कर रखी है। वहीं दूसरी ओर रोपवे का संचालन भी सुबह 7 से रात्रि 10 तक किया जा रहा है। बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति ने मंदिर परिसर में खाली मैदान को अब नये स्वरूप देने की योजना है।
जिसका लाभ दर्शनार्थियों को होगा। इस बार पहाड़ी पर स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में 6171 व नीचे स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर में 721 तथा मंदिर परिसर में स्थित शीतला मंदिर में 57 ज्योति कलशों की स्थापना की गई है। ज्योति कलशों के विसर्जन के लिए अब रेलवे बोर्ड पटरी पार कर महावीर तालाब में विसर्जन के लिए जो सहयोग करता था, बिलासपुर रेलवे जोन के सीएम ने स्थल निरीक्षण किया ।
कहा है कि मंदिर परिसर से लेकर तालाब तक पहुंचने के लिए रेलवे फुट ओवर ब्रिज बनाने की दिशा में विभागीय उच्च स्तरीय चर्चाओं में इसे लायेगा।
डोंगरगढ़ विशुद्ध रूप से पर्यटन के रूप में पूरी तरह विकासित हो रहा है वहीं दूसरी ओर भारत सरकार ने प्रसाद योजना के तहत 65 करोड़ की स्वीकृत प्रदान की है। इसमें 43 करोड़ रूपये योजना में खर्च करने का काम पर्यटन विभाग कर रहा है। पहाड़ी पर स्थित बम्लेश्वरी मंदिर परिसर में दर्शनार्थियों के लिए उपर में ही वेटिंग हाल 8 कमरे का निर्माण किया जा रहा है। जहां श्रद्धालु रूक सकते है। सुबह 4 बजे के अभिषेक में शामिल हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी धाम भगवदी तीर्थ क्षेत्र के रूप में तेजी से विकासित हो रहा है। जिसके बारे में कहा जाता है कि तथा मान्यता है कि मां बम्लेश्वरी के दरबार में जो भी सच्ची भक्ति निष्काम भाव से मनोकामना करता है। उसकी मनोकामना मां भगवदी से इस तीर्थ क्षेत्र में पूर्ण होती है। बम्लेश्वरी मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। लेकिन खैरागढ़ के राजा स्व. मेजर राजा वीरेन्द्र बहादुर ने 1976 में सार्वजनिक रूप से स्व. मानिक लाल तापडिय़ा की अध्यक्षता में समिति बनाई थी। लगातार चल रही है। 1976 में मंदिर समिति को सार्वजनिक ट्रस्ट के रूप में घोषित किया गया है। मंदिर परिसर व स्वर्ण कलश की स्थापना आधुनिकतम निर्माण को लेकर मंदिर काफी आकर्षक हो गया है। जहां प्रतिवर्ष लाखों लोग दर्शन लाभ लेते हैं। हजारों श्रद्धालु प्रदेश देश ही नहीं विदेश में बसे लोग भी मनोकामना ज्योति कलश की स्थापना करते हैं। इस बार इसी माह नवरात्रा के बाद मंदिर ट्रस्ट समिति का चुनाव होना है। इसमें नये सदस्यों को भी चुनाव लडक़र जिम्मेदार पदों पर स्थापित होकर समिति को अपना सेवा प्रदान करने का अवसर मिलेगा। बीती रात्रि को हमने मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल, मंत्री नवनीत तिवारी, वरिष्ठ पदाधिकारी बिरधी चंद भंडारी से चर्चा की। चर्चा का अंश हम यहां दे रहे हैं।
ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल ने समिति द्वारा किये जा रहे कार्यों मंदिर के जीर्णोद्धार समिति का चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष योगदान बुजुर्ग, वयोवृद्ध, विकलांगों के लिए प्रमुख रूप से प्राथमिकता के साथ उन्हें पहाड़ी पर स्थित मंदिर तक पहुंचाने के लिए रोपवे की व्यवस्था की गई है। श्री अग्रवाल ने कहा नवरात्र मेला प्रारंभ होते ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ रही है। 10 अप्रैल तक चलने वाली मेले में 15 लाख से अधिक दर्शनार्थियो के आने की संभावना है। उन्होंने कहा कोविड काल में पिछले दो वर्ष में संपन्न हुए चार नवरात्रि मेले में दर्शनार्थियों का आगमन कम हो गया था। अब कोविड के लगभग विदाई के साथ नवरात्रा प्रारंभ होते ही पैदाल दर्शनार्थियों की भीड़ भी बढ़ेगी। देवी भक्तों के लिए मेला परिसर में ही ट्रस्ट समिति द्वारा वेटिंग हाल, धर्मशाला, होटल व लगभग सभी स्थानों पर ठंडे पानी की व्यव्स्था की गई है। रोपवे को तीन दिन बंद रखकर मरोमम्मत काम कराया गया है। अब रोज सुबह 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक लोगों को इस सुविधा का लाभ मिल रहा है। श्री अग्रवाल ने आगे बताया कि नीचे स्थित मंा बम्लेश्वरी मंदिर परिसर को नया स्वरूप दिया गया है। 25 करोड़ रूपये की लागत से बने मंदिर परिसर में सवा करोड़ से अधिक का स्वर्ण कलश की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष ट्रस्ट समिति ने दो फरवरी से 10 फरवरी तक गोपनीय नवरात्रि का भी आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में गणेश एवं भैरव जी के मंदिर का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि मंदिर के सामने और भूमि है, उसे ग्राउंड बनाकर नया स्वरूप देने की योजना है। चिकित्सा के क्षेत्र में ट्रस्ट समिति द्वारा की जा रही पहल को लेकर कहा कि समिति हर हफ्ते आंखों का निशुल्क आपरेशन करती है तथा न्यूनतम दर पर समिति के अस्पताल में सोनोग्राफी एक्सरे, फिजियोथैरेपी, डेंटल की व्यवस्था कर रही है। समिति के पास तीन एम्बुलेंस भी है।
केन्द्र सरकार की प्रसाद योजना का चर्चा करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा 60 करोड़ 65 लाख की लागत से पर्यटन विभाग द्वारा योजना पर कार्य कराया जा रहा है। लगभग 43 करोड़ खर्च हुए है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी पर स्थित मां बम्लेश्वर मंदिर परिसर को विस्तार करते हुए आने वाले श्रद्धालुजनों के लिए 8 कमरे का वेटिंग हाल बन रहा है, जहां वे रूक सकते है तथा सुबह चार बजे माता जी के अभिषेक में शामिल हो सकते हैं। ज्योति कलशों के विसर्जन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अभी भी यह कार्य रेलवे लाइन क्रास कर महावीर तालाब में किया जाता है। क्योंकि अब रेलवे ने तीसरी लाइन भी बिछा दिया है। विभाग के बिलासपुर जोन के जीएम भी यहां आये थे। उन्होंने कहा कि फिलहाल विसर्जन को बंद नहीं किया जायेगा। लेकिन ज्योति कलशों के विसर्जन का मार्ग बनाने के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाने का काम हो इस पर विचार भी करेगी।
श्री अग्रवाल ने मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट के चुनाव पर चर्चा करते हुए कहा कि इस नवरात्रि के सामाप्त होते ही तुरंत बाद चुनाव प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर 21 वर्ष से सदस्यता अभियान नही हुई थी। ट्रस्ट समिति में रहने वाले पूर्व पदाधिकारी संभवत नहीं चाहते थे। लेकिन उनकी समिति ने नया सदस्यता अभियान चलाया। 1564 लोगों ने सदस्यता के लिए फार्म जमा किया है। फार्मों की जांच होगी। कहीं त्रुटियां हुई तो उसको सुधारा जायेगा तथा चुनाव भी शीघ्र पूर्ण हो, समिति पहल करेगी।
महंगाई को लेकर चर्चा करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा तेल, कपड़ा, साड़ी, पूजन सामाग्री के रेट बढ़े है लेकिन ट्रस्ट समिति ने रेट नहीं बढ़ाये हैं। दान पेटी में आने वाले सहयोग की राशि व चढ़ावा से ही मंदिर का काम चलता है। मंदिर ट्रस्ट समिति के मंत्री नवनीत तिवारी, पदाधिकारी बिरधी चंद भंडारी ने भी ट्रस्ट समिति द्वारा किये जा रहे विकास जनहित के कार्यों देवी भक्तों श्रद्धालुओ के सहयोग की विस्तृत जानकारी दी।