8 वर्षीय बालक के पेट में 11 दिनों में पड़ा सिक्का बाहर निकाला

8 वर्षीय बालक के पेट में 11 दिनों में पड़ा सिक्का बाहर निकाला

राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) चिकित्सा क्षेत्र में , दुसाध्य बीमारियो से लेकर आम शारीरिक कष्टों से मुक्ति के लिये शल्य क्रिया ( आपरेशन ) का चलन अब सामान्य हो गया है , लेकिन आज भी कई चिकित्सक महज दवाओ का उपयोग करते हुए , अपने अनुभव व चिकित्सकीय कौशल के दम पर कुछ ऐसे उपचार कर दिखाते है जिन्हे साधरण दुर्लभ बात ही कहना उपर्युक्त होगा । ऐसा ही एक उदाहरण स्थानीय होम्योपैथिक विशेषज्ञ डाँ . संतोष शर्मा , डा . शर्मा क्लिनिक , ममता नगर ने प्रस्तुत किया है ।

जिससे 8 वर्षीय बालक के पेट में 11 दिनों से पड़ा सिक्का बाहर निकल आया । विगत दिनों मोहला चौकी क्षेत्र के प्रियंका व लाला निषाद परिवार का 8 वर्षीय बालक विकास निषाद ने 2 रूपय का सिक्का खेल खेल में निगल गया था जिसकी पुष्टि स्थानिय क्षेत्र चौकी में एक्स – रे करा कर किये व प्रारंभिक स्तर पर वही चिकित्सकीय सलाह व औषधी सेवन किये । लेकिन 11 दिनों तक सिक्का बाहर नही आया , तब वे राजनांदगांव में एलोंपैथिक चिकित्सको को दिखाने लाये । तब स्थानिय एक नर्सिग होम के द्धारा डा . शर्मा के पास भेजा गया ।

ज्ञात्वय हो कि डॉ . संतोष शर्मा द्धारा ऐसे कई केसो का इलाज पूर्व में भी किया जा चुका है । मास्टर विकास निषाद 21/05/2022 को डा . शर्मा के पास लाये गये । इसके पूर्व उन्हे डाक्टरो द्धारा सर्जरी की सलाह दी गई । उन्हें डा . शर्मा द्धारा होम्योपैथी की कुछ दवाऐ दी गई , और उनके अभिभावको को पूर्ण आश्वस्त किया गया कि दो एक दिनों में सिक्का बाहर निकल आएगा । दुसरे ही दिन 22/05/2022 को उनके अभिभावक का फोन आया कि सिक्का निकल गया और वे विकास को दिखाने फिर आये । वह पूर्णत : स्वस्थ है । इस प्रकार वें आर्थिक व मानसिक तनाव से मुक्त हुऐ ।

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