आप कुछ ऐसा करें कि लोग आपका अनुसरण करें
राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़)14 अगस्त। “किसी व्यक्ति की कॉपी करना आसान है किंतु उसने जो मुकाम मेहनत कर हासिल की है, उसी तरह का मुकाम हासिल करने के लिए मेहनत करें। झूठी प्रशंसा पाने के लिए रुपए खर्च ना करें। कुछ ऐसा कार्य करें कि लोग आपका अनुसरण करें।”उक्त उद्गार आज जैन संत श्री हर्षित मुनि में समता भवन में अपने नियमित प्रवचन के दौरान व्यक्त किए।
जैन संत ने कहा कि आप इतनी सी प्रशंसा प्राप्त करने के लिए हजारों-लाखों रुपए लगा देते हैं। यदि आप चाहते हैं कि लोग आपकी प्रशंसा करें तो आपको इसके लिए मेहनत करनी होगी। लीग से अलग हटकर आपको अपनी पहचान बनानी होगी। उन्होंने कहा कि आप धारा में ना बहें, आप लीग से हटकर अच्छा कार्य करें तो आपकी बाद में प्रशंसा अवश्य होगी और लोग आपका अनुसरण करने लगेंगे। आप झूठी प्रशंसा पाने के लिए हजारों-लाखों रुपए खर्च कर देते हैं किंतु आपने सोचा है कि उस पैसे को हासिल करने के लिए आपके माता-पिता या आपने कितना समय लगाया है।
बच्चों को सुसंस्कार दें
जैन संत श्री हर्षित मुनि ने कहा कि आप अपने बच्चों को दोष देते हैं परंतु बच्चे के वर्तमान स्वरूप को बनाने के पीछे आपका ही तो हाथ है। बच्चों को संस्कारित करें। यदि ड्रेसिंग टेबल में कॉस्मेटिक सामान की जगह किताबें हो और घर में पुस्तकें हो तो बच्चा एक ना एक बार उस किताब को खोलकर अवश्य देखेगा। आप बच्चों में संस्कार डालें। हर व्यक्ति के भीतर शुभ और अशुभ संस्कार भरे पड़े हैं। आप अपने बच्चों को जैसे माहौल देंगे, वैसे-वैसे बच्चे के संस्कार सामने आएंगे और बच्चा उसी का अनुसरण कर आगे बढ़ेगा।
परिधान से संस्कार का आंकलन
संत श्री ने कहा कि बच्चों का परिधान देखकर हम उनके संस्कार का आंकलन करते हैं और उसके माता-पिता के बारे में चर्चा करते हैं। आप अपने बच्चों को ऐसे परिधान पहनाएं कि लोग उसे संस्कारी कहें। बच्चे कहीं भी जाए तो उन्हें परिधान की वजह से लज्जित ना होना पड़े। माता-पिता बच्चे के भविष्य के लिए अपनी पेट काटकर बाहर पढ़ने भेजते हैं, किंतु बच्चा वहां दूसरों को देखकर बिना सोचे समझे पैसे खर्च करने लगता है। वह यह नहीं सोचता कि उसके माता-पिता किस तरह उसकी पढ़ाई के लिए पैसे भेज रहे हैं और वह इन पैसों का किस तरह उपयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे और युवा यह समझे कि किसी की कॉपी करने की जरूरत नहीं है, जैसे आप हैं वैसे ही रहकर ऐसा कार्य करें कि लोग आपका अनुसरण करें। यह जानकारी एक विज्ञप्ति में विमल हाजरा ने दी।