राजनांदगांव/रायपुर। (अमर छत्तीसगढ़) अविभाजित छत्तीसगढ़ में वर्षों पूर्व राजनांदगांव, बिलासपुर सहित कई जिलों में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ रहे। विशेषकर नक्सल प्रभावित राजनांदगांव जिले में नक्सलि घटना, वारदातों को रोकने की दिशा में कई कार्य किये। नक्सलियों को गिरफ्तार करने के साथ मुठभेड़ में मार गिराने का काम भी उनके कार्यकाल में हुआ।
कई उत्कृष्ट कार्य कर शासन से अनेकों बार पुरस्कृत व सम्मानित होने वाले मध्यप्रदेश के सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक परिवहन, डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव पिछले दो दिन वे छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहे। उन्होंने डोंगरगढ़ पहुंचकर मां बम्लेश्वरी देवी की पूजा अर्चना की तथा पहाड़ी पर स्थित बम्लेश्वरी देवी का दर्शन करने पैदल ही पहाड़ी पर स्थित मंदिर पहुंचे।
उनके साथ पुलिस विभाग के एआईजी ट्रेफिक एवं रोड सेफ्टी संजय शर्मा, एएसपी यूबीएस चौहान, गजेन्द्र ठाकुर, सचिन शुक्ला, जी सी पती इत्यादि रहे। डोंगरगढ़ के एसडीओपी श्री पटेल व थाना प्रभारी ने डोंगरगढ़ में उनका स्वागत किया। डॉ. श्रीवास्तव भी बरसो बाद अपने मातहतों से मिलकर काफी अभिभूत दिखे। डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के पदाधिकारियों सदस्यों से मिलकर भी उनका कुशल क्षेम पूछा।
आईपीएस डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, डोंगरगढ़ से राजनांदगांव पहुंचकर वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र व्यास व परिजनों से उनके निवास पहुंचकर कुशल क्षेम पूछा , चर्चा की। लंबे समय तक पुलिस अधीक्ष के पद पर राजनांदगावं में पदस्थ रहे। डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव से विभिन्न क्षेत्र के लोगों ने भी मिलकर उनका स्वागत किया। मुलाकात कर चर्चा की। पश्चात डॉ. श्रीवास्तव भिलाई पहुंचकर पुलिस विभाग में एएसपी रहे स्व. प्रवीर चंद तिवारी के घर पहुंचकर परिजनों से मिले, ढाढस बंधाया, कुशल क्षेम पूछा। आईपीएस डॉ. शैलेन्द्र श्रीवास्तव, रायपुर पहुंचकर पुलिस मेस में भी पुलिस के अधिकारियों से मिले तथा राजनंादगांव के समाज सेवी प्रमुख उद्यमी, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ण कार्य करने वाले शिक्षण संस्था दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रमुख बल्देव सिंह पप्पू भाटिया के निवास में पहुंचकर उनका आतिथ्य स्वीकारा, मुलाकात के साथ चर्चा भी की। इस अवसर पर वे डॉ. श्रीवास्तव के शुभचिंतक, स्नेहीजन, वरिष्ठ पत्रकार सी. एल. जैन सोना, छत्तीसगढ़ शासन के यातायात एवं सडक़ सुरक्षा विभाग के प्रमुख एआईजी संजय शर्मा सहित कुछ पुलिस के अधिकारी भी उपस्थित थे। कल शाम को वे फ्लाईट से भोपाल के लिए रवाना हो गये। डॉ. श्रीवास्तव ने अपने डोंगरगढ़ प्रवास को लेकर कहा कि लंबे समय बाद छत्तीसगढ़ विशेषकर डोंगरगढ़ पहुंचे। इसे वे आत्मीय क्षण बताते हुए यहा पदस्थ एसडीओपी श्री पटेल डोंगरगढ़ के थाना प्रभारी से भी वे काफी प्रभावित हुए। उन्होनें वर्षों पूर्व गुजारे क्षण छत्तीसगढ़ में रहने वाले स्नेही आत्मीयजनों ने कहा उनसे मिलकर फिर याद ताजा हो गई। डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल व ट्रस्ट समिति के सदस्य सहित अन्य लोगों ने भी उनसे मुलाकात कर चर्चा की।