रायपुर(अमर छत्तीसगढ़)। न्यू राजेंद्र नगर के मेघ-सीता भवन, महावीर स्वामी जिनालय परिसर में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन के दौरान रविवार को साध्वी श्री स्नेहयशाश्रीजी ने कहा कि अगर हम पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने आप को परमात्मा को समर्पित कर देंगे तो हम निर्वाण तक सुख भोगेंगे। एक जटिल और अनुभवी व्यक्ति भी एक समय के बाद अपना आत्मविश्वास खो देता है। वह सोचने को मजबूर हो जाता है कि कब तक वह अपने परिवार का बोझ उठाता रहेगा। वह अपने इस कार्यभार से मुक्त होना चाहता है और पूरे आत्मविश्वास के साथ परमात्मा को समर्पित हो जाता है।
साध्वीजी कहती है कि जैसे बच्चे पढ़ाई को बोझ समझते हैं और जैसे तैसे परीक्षा से हम मुक्त हो जाए इस सोच के साथ परीक्षा देते है। वहीं, दूसरी ओर कुछ बच्चे केवल परीक्षा पास करने नहीं, बल्कि विषयों का आधार समझने के लिए अपनी पढ़ाई करते हैं। इन बच्चों को परीक्षा देने का कोई टेंशन नहीं होता है। वे आराम से अपना प्रश्न पत्र हल करते हैं। परीक्षा हॉल में उन्हें किसी प्रकार का तनाव नहीं रहता। पढ़ाई नहीं करने वाले बच्चे केवल परीक्षा से मुक्त होने के लिए पढ़ते हैं। वैसे ही आत्मा का विकास पुरुषार्थ के बिना नहीं होता। आप अपने आप को कितना भी ताकतवर और मजबूत बना लो, पर आप परमात्मा की कृपा के बिना एक उंगली भी नहीं हिला सकते हो। यह आपका पुण्य कर्म है कि आपको लकवा नहीं हुआ है। सभी को पुरुषार्थ करना चाहिए। पुरुषार्थ करने से व्यक्ति सफल ही होता है। अगर आप आत्मा के क्षेत्र में पुरुषार्थ करोगे तो आपके रास्ते में कोई बाधक नहीं बनेगा। बाधक केवल आपका पुरुषार्थ बनता है।
स्वर्गारोहण जयंती आज, 409 श्रावक करेंगे बड़ी पूजा
श्री महावीर स्वामी जैन मंदिर न्यू राजेंद्र नगर में 12 सितंबर यानी सोमवार को स्वर्गारोहण जयंती मनाई जाएगी। श्री जैन श्वेताम्बर आध्यात्मिक चातुर्मास समिति के अध्यक्ष श्रीमान विवेक डागा जी बताते है कि चौथे दादा गुरुदेव अकबर प्रतिबोधक जिनचंद्र सूरीश्वर जी म. सा. की 409वीं स्वर्गारोहण जयंती के उपलक्ष्य में 409 श्रावकों के द्वारा दादा गुरुदेव की बड़ी पूजा की जाएगी। प्रत्येक भक्त का नकरा 101 रुपये रखा गया है।