राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़)एस.पी. प्रफुल्ल ठाकुर द्वारा सायबर सेल को गुम मोबाईल खोजने का दिया गया था टारगेट।
सायबर सेल राजनांदगांव द्वारा पूर्व में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलो एवं अन्य प्रदेशों से कुल 166 गुम मोबाईल खोज कर रेंज में सर्वाधिक गुम मोबाईल वितरण किया गया था, पुनः सायबर सेल द्वारा 110 मोबाईल किया गया बरामद।
मोबाईल मिलने पर मोबाईल धारकों द्वारा पुलिस अधीक्षक को किया धन्यवाद ज्ञापित।
जिला राजनांदगांव में पूर्व में चोरी, लूट, डकैती आदि आपराधिक मामलों में ही मोबाईल खोजा जाता था, पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव प्रफुल्ल ठाकुर द्वारा सायबर सेल को गुम मोबाइल खोज कर मोबाइल धारकों को लौटाने के निर्देश देने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव नोडल अधिकारी सायबर सेल के मार्गदर्शन में एवं सीएसपी राजनांदगांव के कुशल पर्यवेक्षण में प्रभारी सायबर सेल उमेश बघेल के नेतृत्व में सायबर सेल की पूरी टीम (सउनि द्वारिका प्रसाद लाउत्रे, प्र.आर. अनित शुक्ला, आरक्षक हेमंत साहू, आदित्य सिंह, मनीष मानिकपुरी, मनीष वर्मा, अवध किशोर साहू, मनोज खूंटे, ओमराज साहू, अमित सोनी, दुर्गेश भूआर्य एवं म.आरक्षक पार्वती कंवर) द्वारा जिला राजनांदगांव के शहर, ग्राम व सुदूर नक्सल प्रभावित दुर्गम क्षेत्र व छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों कबीरधाम, दुर्ग, बालोद, दंतेवाड़ा, कोण्डागांव, रायपुर, महासमूंद, अंबिकापुर एवं अन्य प्रदेशों राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र के नागपुर, पूणे, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, ओडिसा, तेलंगाना के हैदराबाद आदि जगहों से कुल 110 गुम मोबाईल खोजा गया। आज दिनांक - 16.09.2022 को पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव प्रफुल्ल ठाकुर द्वारा मोबाईल धारकों को उनके गुम मोबाईल का वितरण किया गया और कहा गया कि आज के समय में मोबाईल मात्र संचार का साधन ही नहीं है बल्कि मोबाईल में लोगों के महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक एकाउण्ट, फोटो, विडियो, बिजनेश के सॉटवेयर आदि कीमती डाटा संकलित कर रखे हुए रहतें हैं। मोबाईल दूसरे के हाथों में आने पर उससे वे उनका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं और किसी अपराध में भी उनके मोबाईल व सिम का उपयोग कर सकते हैं। अतः मोबाईल गुम होने पर तत्काल सिम बंद करवायें। मोबाईल में सेफ्टी फिचर्स होते हैं जिसे चालू रखें, फाईण्ड माई डिवास जैसे सॉफवेयर डाउनलोड कर रखें जिससे मोबाईल गुमने पर तत्काल स्वतः ढूंढ सके। अपने मोबाईल में पासवर्ड डाल कर रखें, अपना मोबाईल किसी अंजान व्यक्ति को उपयोग करने ना देवे, बिना पढ़े किसी एप को डाउनलोड ना करें, अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये लिंक को टच ना करें, सोशल मीडिया साईट पर अंजान फ्रेन्ड रिक्वेस्ट को एग्री न करें और अपना फोटो विडियो व डाटा शेयर ना करें। सायबर ठगों से बचें, जानकार बने, सावधान रहें। गुम मोबाईल मिलने की उम्मीद छोड़ चुके लोगों को जब पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर द्वारा अपने हाथों से 110 गुम मोबाईल लौटाया गया तब गुम मोबाईल पाकर लोगों का चेहरा खुशी से खिल गया। गुम मोबाईल मिलने पर मोबाईल धारकों द्वारा पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर को गुम मोबाईल ढूंढवा कर वापस दिलाने के अभियान की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (आईयूसीएडब्ल्यू) पद्मश्री तंवर, नगर पुलिस अधीक्षक गौरव राय, डीएसपी नेहा वर्मा, एसडीओपी डोंगरगढ़ कृष्णा पटेल, डीएसपी नासिर बाठी, डीएसपी डी.के. शिशोदिया, डीएसपी ऑप्स हेमप्रकाश नायक, डीएसपी अजाक तनुप्रिया, रक्षित निरीक्षक राजनांदगांव भूपेन्द्र गुप्ता, सायबर सेल एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारीगण उपस्थित थे।
आम जनता से अपील :- दूसरों का प्राप्त मोबाईल प्रयोग करना अपराध की श्रेणी में आता है। गुम मोबाइल प्राप्त होने पर वैधानिक कार्यवाही से बचने हेतु कृपया उसे नजदीकी थाना या साइबर सेल राजनांदगांव में जमा करें।