रायपुर(अमर छत्तीसगढ) 7 जून। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर सहित प्रदेश भर में सूदखोरी का जाल बिछाकर पीड़ितों से करोड़ों रुपए वसूलने वाले हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर की तलाश जारी है। पुलिस की जांच के बीच रविवार को इनकम टैक्स और नगर निगम के अधिकारियों ने भी जांच शुरू कर दी है।
आरोपी वीरेंद्र और रोहित के पास कुल कितनी संपत्ति है? कितनी संपत्तियों का वो टैक्स दे रहे हैं? कितनी संपत्ति बेनामी है? इन सब सवालों के जवाब IT अफसर तलाश रहे हैं। वहीं निगम के अधिकारी भी आरोपियों के घर पहुंचकर संपत्ति संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के परिजनों से भी पुलिस पूछताछ कर सकती है। पुलिस ने आरोपियों के घर से सामान जब्त करने के दौरान अवैध हथियार और आवाजी कारतूस जब्त किए थे। जांच अधिकारियों को आशंका है, कि आवाजी कारतूस का इस्तेमाल हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधु कर्जदारों को डराने के लिए इस्तेमाल करते थे।

हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के घर से पुलिस ने 37 लाख से ज्यादा नकद, 734 ग्राम सोने के जेवरात, 125 ग्राम चांदी, 4 गाड़ियां, आई-पेड, लैपटॉप, चेक एटीएम कार्ड, डी.व्ही.आर., ईस्टॉम्प जब्त किया था। इसके अलावा पैसों के लेन-देन के हिसाब का रजिस्टर, जमीनों के दस्तावेज, नोट गिनने का मशीन, 5 तलवार, 1 रिवाल्वर, 1 पिस्टल, जिंदा राउंड और आवाजी कारतूस भी बरामद किए गए थे।
भतीजे को पुलिस कर चुकी है गिरफ्तार
पुलिस ने सामान जब्त करने के साथ ही वीरेंद्र और रोहित के भतीजे दिव्यांश प्रताप तोमर को भी रिमांड में लिया था। दिव्यांश से 2 दिन दस्तावेज दिखाकर पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन उसने सब चाचा को पता है बोलकर जानकारी नहीं दी।
आरोपियों की तलाश जारी- टीआई
हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं के खिलाफ जांच कर रहे पुरानी बस्ती टीआई योगेश कुमार कश्यप ने बताया, कि आरोपियों के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद अब तक 3 केस दर्ज किया गया है। आरोपी वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर फरार है, उनकी तलाश की जा रही है।