पाप भीतर से बाहर जाता है और धर्मबाहर से भीतर आता है – जैन संत हर्षित मुनि

पाप भीतर से बाहर जाता है और धर्मबाहर से भीतर आता है – जैन संत हर्षित मुनि

बच्चों को सही स्वतंत्रता देनी है तो उन्हें धर्म की राह में बढ़ाएं

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 16 अक्टूबर। जैन संत श्री हर्षित मुनि ने कहा कि पाप भीतर से बाहर जाता है और धर्म बाहर से भीतर आता है। बच्चों को सही स्वतंत्रता देनी है तो उन्हें धर्म की राह में आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि आज के समय में गुरु यदि शिष्य को तमाचा जड़ दे तो उसके मां-बाप दौड़ पड़ते हैं। पुराने समय में गुरु को अपने शिष्य को कोड़े तक मारने का अधिकार था चाहे वह राजकुमार ही क्यों ना हो! इसलिए बच्चे संस्कारी और धर्म परायण होते थे।
समता भवन में आज जैन संत श्री हर्षित मुनि ने अपने प्रवचन में कहा कि जिस व्यक्ति ने कष्ट नहीं सहा है, वह दूसरों के कष्ट को क्या समझेगा। जब तक पक्षी अंडे से निकलकर स्वयं उड़ने के काबिल नहीं होता तब तक उसकी मां उसके साथ होती है। ऐसे ही हमारे माता-पिता भी होते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्वतंत्रता देनी तो ठीक बात है किंतु स्वतंत्रता स्वच्छंद ना हो जाए, इसका ध्यान रखना चाहिए। यदि बच्चों को छोटे में समझाएं तो वह समझ जाता है। कोरोना काल भले ही अन्य लोगों के लिए दुखदाई रहा हो किंतु बच्चों के लिए यह साल काफी फायदेमंद रहा। उन्होंने धर्म लाभ उठाया। बच्चों को अगर सच्ची स्वतंत्रता देनी हो तो उन्हें धर्म की राह में बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि धर्म बाहर से भीतर आता है और पाप भीतर से बाहर जाता है। धर्म करते रहे तो एक दिन ऐसा आता है कि अंदर के सभी द्वार खुल जाते हैं। माता-पिता अगर बच्चों को धर्म की राह पर छोड़ देते हैं तो बच्चों की भीतर गहरे संस्कार आ जाते हैं। बच्चों को समझाने की जरूरत नहीं पड़ती , वे स्वयं ही समझ जाते हैं। बच्चों की क्रियात्मक गतिविधियों की ओर माता-पिता को ध्यान देना चाहिए। यह संस्कार पाठशाला है जो आगे चलकर संसार पाठशाला का रूप धारण कर लेती है और बच्चे ही इस संसार पाठशाला के कर्ता धर्ता होते हैं।
जैन संत ने फरमाया कि जन्मदिन मनाने के बहुत से तरीके होते हैं। बच्चों को फिजूलखर्ची से बचाइए और उन्हें परोपकार की प्रसन्नता दे। हम माता-पिता है तो एक उपाय अपनाएं खाना परोसते समय प्रभु से प्रार्थना करें कि यह अन्न उनके बच्चे के भीतर कुछ नया करें और वह धर्म तथा परोपकार के मार्ग में आगे बढ़े। यह जानकारी एक विज्ञप्ति में विमल हाजरा ने दी।

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