बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ)22 अक्टूबर को अनंत ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी महाराज अविमुक्तेश्वरानंद जी ग्राम धमनी पधारे । समस्त ग्राम वासियों के संचित पुण्य का फल “”शंकराचार्य जी”” के दर्शन लाभ व पादुका पूजन अवसर के रूप में मिला
गोलोक वासी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के उत्तराधिकारी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी ने त्रियुगीनारायण शर्मा के भाव पूर्ण आग्रह को हृदयंगम कर अल भेंट में स्वीकृति दी ।उन्होंने संसाधन को नहीं भाव को ध्यान दिया ।
सुबह 11 बजे उनका काफिला धमनी पहुंचा । 7 स्वागत द्वारों से गुजरते हुए गांव पहुंचने पर वैदिक व कर्मकांडी विद्वानों ने वैदिक मंत्रों व स्वस्ति वाचन किया । गांव की बहू बेटियों ने कलश यात्रा कर स्वागत किया ।
पुष्पों की बरसा कर धर्म अनुरागियों ने परम आनंद प्राप्त किया । पदुकापूजन के पश्चात दर्शन आशीर्वचन हुआ ।
कहते है कि “”पुण्य पुंज बिनु मिलही न संता “” और धमनी के पुरखों के पुण्य संचय का फल शंकराचार्य जी के आगमन के रूप में मिला ।यहाँ तीन जातियों ब्राह्मण से मालगुजार स्व विशाल नाथ शर्मा ,अनुसूचित जाति से निर्भय मण्डल व महार जाति से जेठिया मण्डल ने तालाब खुदवाकर “”पर्बत दान “” किया था ।गोलोक वासी स्वामी सदानंद महाराज जी (बेलगहना ,कारिआम ,सोनकुंड आश्रम नर्बदा क्षेत्र ) की जन्म व तपोस्थली धमनी ,पुनीता त्रियुगीनारायण शर्मा के तीर्थ दर्शन समेत धर्मपरायण ग्राम वासी ,दीन व जनसेवक सरपंच मनीष शर्मा के साथ सच्चे धार्मिक सहयोगी विद्याभूषण शर्मा के योग से शंकराचार्य जी का आगमन हुआ ।
इस पावन अवसर आस पास के धर्म प्रेमियों ने पुण्य भाग लिया ।परिजनों समेत प्रमुख रूप से शत्रुघ्न उपाध्याय ,दिनेश पांडेय , संतोष कौशिक ऋषि शर्मा ,राधेश्याम शर्मा ,मनोज सिंह ,भृगु अवस्थी ,प्रकाश कौशिक , हृदय यादव ,विद्याभूषण शर्मा ,गजेंद्र सिंह ,गजेंद्र सिंह चौहान ,पण्डित नारद तिवारी ,समेत बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि शामिल थे