(ओम गोलछा की रिपोर्ट)
कुसुमकसा(अमर छत्तीसगढ) — डोंडी विकासखण्ड के ग्राम पंचायत भर्रीटोला में कृमिनाशक दवाई पिलाने के कुछ दिनों बाद भी भेड़ो के मौत का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है । अब तक कुल 55 बड़े छोटे भेड़ो की मौत हो गयी है ।
मंगलवार को अलसुबह भेड़ पालक के घर मे एक भेड़ की मौत हो गयी थी । मंगलवार को बालोद जिला से पशु विभाग के चिकित्सा इकाई के वाहन में डॉक्टरों की टीम भर्रीटोला पहुंच कर मैदान में भेड़ो का स्वास्थ्य का निरीक्षण किया व भेड़ पालक के घर मे कमजोर भेड़ो का परीक्षण करने पहुंचे तो दो और भेड़ो की मौत हो गयी थी । पांच भेड़ो का रक्त परीक्षण के लिए निकाल कर ले गए वही मंगलवार को मृत एक भेड़ का पोस्टमार्टम किया गया किंतु भेड़ो की हो रही मौत का कारण अब तक स्पष्ट नही हो पाया है ।
खुले मैदान में भेड़ो का उपचार किया जा रहा । इस अवसर पर बालोद जिला मुख्यालय से पशु चिकित्सक डॉ सोमेश जोशी, डॉ शीतल ठाकुर सहित पशु चिकित्सालय कुसुमकसा के पशु चिकित्सक डॉ ज्योति साहू ।, डॉ बी डी साहू सहित स्टाफ उपस्थित थे ।
भेड़ पालक श्यामलाल धनकर सहित उसका परिवार भेड़ो की नित्यदिन हो रही भेड़ो की मौत से भयभीत नजर आ रहे कि बाकी बचे भेड़ो का क्या होगा । मंगलवार को डॉक्टरों के जाने के बाद लगभग दोपहर तीन बजे एक भेड़ की और मौत हो गई , कुल चार भेड़ो की मौत हुई जो बच्चे थे उपचार तो कर रहे है किंतु उसके बाद भी प्रतिदिन भेड़ मर रहे है ।
पूर्व में भेड़ो का पोस्टमार्टम के बाद स्नेयर जीवित भेड़ के रक्त परीक्षण हेतु रक्त भेड़ का गोबर जांच के लिए जिला मुख्यालय ले गए है किंतु आज पर्यंत तक जांच रिपोर्ट नही आई है ।
डी के सिहारे उपसंचालक पशु विभाग बालोद ने मोबाइल में अमर छत्तीसगढ को जानकारी दी कि पूर्व में मृत ब भेड़ का पोस्टमार्टम करने के बाद स्केयर जांच के लिए भेजा गया था किंतु उसमे सही जानकारी ना मिलने के कारण आर्गन भेजने के निर्देश पर मंगलवार को मृत भेड़ का पोस्टमार्टम कर उसके लम्स, लीवर, किडनी को अलग अलग पैक कर व कुछ भेड़ का रक्त परीक्षण हेतु रक्त भी लिया गया है । कल जांच में भेजने की बात कही ,जांच रिपोर्ट आने पर इंफेक्शन का पता चल पाने की बात कही ।