प्रवचन नहीं प्रयोग पर शानदार प्रस्तुति दी…. परम आलय ने बताया चेतन अचेतन मन, चेतना एवं आत्मा का जिंदगी से संबंध

प्रवचन नहीं प्रयोग पर शानदार प्रस्तुति दी…. परम आलय ने बताया चेतन अचेतन मन, चेतना एवं आत्मा का जिंदगी से संबंध


डॉ. सी.एल. जैन सोना
रायपुर (अमर छत्तीसगढ़)। मध्यप्रदेश के इंदौर से 40 किमी की दूरी पर स्थित धार जिले के ग्राम सेजवानी में स्थित व संचालित परम आलय द ईसोटेरिक टेंपल के प्रमुख व प्रवचन नहीं प्रयोग-शिकायत नहीं समझ विषय पर स्थानीय शंकर नगर के बीटीआई मैदान में नए दृष्टिकोण वाला शिविर समापन अवसर पर शानदार प्रस्तुति करते हुए हजारों लोगों के समक्ष संस्थान प्रमुख परम आलय जी ने कहा हम सोचते है कि पैसा कमाने से जीवन सुंदर हो जाएगा लेकिन क्या पैसे से आज तक किसी का जीवन सुंदर हुआ है हम सोचते है कि स्कूली बच्चों को नंबर वन बना देगा पर क्या आज तक सिर्फ स्कूल जाने से कोई बच्चा नंबर वन बना हम सोचते है कि मेडिसीन बीमारी ठीक कर देगी पर क्या आज तक मेडिसीन लेने से कोई बीमार ठीक हुआ है आखिर हमसे भुल कहा हो रही ।


परम आलय जी ने आज शिविर के समापन अवसर पर चेतन मन, अवचेतन मन, अचेतन मन, चेतना एवं आत्मा का हमारी जिंदगी से क्या संबंध है। पर विषद जानकारी देते हुए विभिन्न प्रयोग भी करवाए। उन्होंने कहा कि मन की शक्तियों को विकसित न करने से जीवन अनेकानेक समस्याओं से घीर जाता है। जैसे तनाव, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, घृणा, जेलेसी, भय, कामवासना, क्रोध, शारीरिक बीमारियां, बुहत विचार चलना, रात को नींद न आना, सब सुविधा होने के बावजूद जीने की उमंग न होना इत्यादि। बहुत से ऐसे प्रश्न हमारे जीवन में है जिनका हल न मिलने की वजह से हमारा विकास अवरुद्ध हो जाता है। उन्होंने कहा हमारे पास 3 दिन में सिर्फ 6 घंटे का समय ही रहा है।
परम आलय जी ने अपनी संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में बताया कि वहां पर आवासीय शिविर के माध्यम से कर्म योग, ज्ञान योग एवं भक्ति योग का अनूठा संगम प्रकृति की अनुपम गोद में फैला हुआ है। उन्होंने कहा कि द ईसोटेरिक ब्रदरहुड में आयोजित किए जाने वाले आवासीय शिविर में व्यक्तिगत रुप से आंतरिक बाधाओं को दूर करने के सूत्र एवं प्रयोग बताए जाते है ताकि मनुष्य परिधि से अपने केंद्र पर आकर शून्य के जगत में प्रयोग कर सकते है। वर्ष में 4 बार आयोजित आवासीय शिविर का लाभ ले सकते है। इस अवसर पर दुर्ग से आए समाजसेवी एवं व्यवसाइयों की टीम ने बताया कि अगले माह दुर्ग में भी ऐसा ही शिविर परम आलय जी के सानिध्य में आयोजित किया जा रहा है। दुर्ग के श्री काकरिया, श्री बरडिय़ा सहित लोग मंच पर उपस्थित थे। आयोजकों ने बताया कि रायपुर शहर में 14 स्थानों पर नियमित रुप से संस्था का शिविर लोगों की उपस्थिति में में चल रहा है।

जो भी भाग लेना चाहता है आयोजकों से संपर्क कर सकते है तथा अन्य क्षेत्रों में भी सुबह 1 घंटे का प्रयोग करना चाहे तो इसके लिए संबंधित से संपर्क कर सकते है। शंकर नगर वीआईपी स्टेट के पास नियमित रुप से आयोजित होने वाले डेली एक्सरसाइज के लिए प्रमुख राजेश अग्रवाल (मोटीवेटर) जिनका मोबाइल नंबर 98932-16225 में संपर्क कर उनसे जुड़ सकते है। उनका कहना है कि एक सफल व्यक्ति वही होता है जो हेल्थ, फैमिली, बिजनेस, निस्वार्थ सेवा इन चारों क्षेत्रों में बैलेंस बनाकर चलता है उन्होंने सभी साधकों से सन दू हुमन साधना केंद्र वीआईपी गार्डन से गोपाल अग्रवाल घर के बाजू में संपर्क कर सकते है।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय तथा नियमित रुप से सक्रिय रुप से सेवा देने वाले पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक आयोजन के प्रमुख कैलाश बजाज सहित उनकी टीम परिजन तथा शिविर में सभी क्षेत्रों में सक्रिय रहने वाले सेवा धारियों ने भी मंच में पहुंचकर सभी उपस्थितजनों को बधाई दी। शिविर में अन्न से ब्रह की यात्रा के माध्यम से डायबिटिज, ब्लज पेशर, थाईराइड, ह्दय रोग, हड्डी रोग, डिप्रेशन से मुक्ति के उपाय बताए गए तथा प्रवचन नहीं प्रयोग नामक पुस्तक में भी एल्कलाइन नाश्ते की और अन्नब्रह पुस्तक में सही कॉम्बिनेशन वाले भोजन की विस्तार से जानकारी भी दी गई। उपस्थितजनों ने भी उपलब्ध पुस्तकों की खरीददारी बड़े पैमाने पर की। संस्थान प्रमुख श्री आलय जी ने 2023 में देश में लगने वाले शिविर की भी जानकारी दी। आयोजन के प्रमुख श्री बजाज ने भी 6 दिवसीय शिविर की जानकारी देते हुए उपलब्ध लोगों से अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति अपने साथ अगले शिविर में कम से कम 11 लोगों को लेकर आए । वरिष्ठ पत्रकार डॉ. सी.एल. जैन सोना सपत्नीक 6 दिवसीय शिविर में सेवाओं का लाभ लिया।

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