सम्मेदशिखर की पवित्रता हेतु देश के 127 शहरों में जैन समाज द्वारा सवा करोड़ नवकार जाप
सम्मेदशिखर को पवित्र जैन तीर्थ स्थल घोषित करे केन्द्र सरकार – जैन संवेदना ट्रस्ट
रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) सम्मेदशिखर से मोक्ष प्राप्त करने वाले श्री पार्श्वनाथ जी की विशेष आराधना दिवस पूनम को देशभर के लगभग 127 शहरों में स्थित तीर्थों , जिनालयों , धर्म स्थलों व जैन भाई बहनों ने घर घर में महामंत्र नवकार का सवा करोड़ जाप किया । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि उव्वसग्गहरं पार्श्व तीर्थ, बकेला पार्श्व तीर्थ, कैवल्यधाम तीर्थ, भद्रावती तीर्थ सहित अनेक जिनालयों, धर्म स्थलों व घर घर में भाई बहनों ने उत्साहपूर्वक नवकार जाप कर सम्मेदशिखर की अक्षुण पवित्रता की प्रार्थना की ।
रायपुर में जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी , श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर, श्री विमल नाथ जैन मंदिर, श्री कुंथुनाथ जैन मंदिर, दिगम्बर जैन मंदिर , स्थानक भवन, श्री विमल महिला मण्डल , खरतरगच्छ महिला परिषद , सखी महिला मण्डल सहित अनेक लोगों ने सम्मेदशिखर की पवित्रता के लिए नवकार जाप किया ।
छत्तीसगढ़ में कुम्हारी, चरौदा, भिलाई , दुर्ग , राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, अभनपुर , नयापारा राजिम, बिलासपुर, धमतरी, केशकाल , कोंडागांव, जगदलपुर, गीदम, भानुप्रतापपुर, जैपुर , मलकानगिरी, कोटपाड़, कुसमी, मुंगेली, पंडरिया, कवर्धा, बालोद, डोंडीलोहारा, दल्लीराजहरा, अहिवारा , बेमेतरा, कोरबा, भाटापारा, रायगढ़, अम्बिकापुर, कुनकुरी अर्जुन्दा , खैरागढ़ सहित छत्तीसगढ़ के अनेक छोटे बड़े शहरों में सम्मेदशिखर हेतु महामंत्र नवकार जाप किया गया ।
इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र, गुजरात , राजस्थान, तामिलनाडु, कर्नाटक, पूर्वोत्तर राज्यों , दिल्ली आदि राज्यों के अनेक स्थानों से नवकार जाप की जानकारी प्राप्त हुई है । जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने बताया कि जैन धर्म का शास्वत मंत्र नवकार में असीम शक्ति विद्यमान है , इसके जाप मात्र से सभी संकट दूर हो जाते हैं । सवा करोड़ नवकार जाप सम्मेदशिखर, पालितना, गिरनार जी व विश्व के लिये कल्याणकारी सिद्ध होगा ।
जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने कहा कि सम्मेदशिखर के लिए केन्द्र सरकार का निर्णय पर्याप्त नही है , जैन समाज की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से अपेक्षा है कि सम्मेदशिखर को पूर्णतया जैन धार्मिक पवित्र स्थल का दर्जा दिया जाना चाहिए ।