श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं : पंडित हिमांशु कृष्ण

श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं : पंडित हिमांशु कृष्ण

श्रीमद् भागवत कथा समापन के बाद हुआ हवन यज्ञ एवं भंडारा….

नव कन्या पूजन व भोज कराया गया….

बसना(अमर छत्तीसगढ़) नगर में सर्व समाज श्रीमद्भागवत कथा आयोजन समिति व बसना विधानसभा क्षेत्रवासी एवं कार्यक्रम संयोजक व नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ.सम्पत अग्रवाल के द्वारा 16 जनवरी से 24 जनवरी 2023 तक आयोजित श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का समापन मंगलवार को हुआ।

वैश्विक महामारी कोरोना से बसना विधानसभा के लगभग 500 लोगों की असमय मृत्यु हो गई थीं मृत आत्मा की शांति एवं मोक्ष प्राप्ति के उद्देश्य से यह श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन बसना नगर में करवाया गया । जिसमें रोजाना श्रीमद् भागवत कथा सुनने हेतु हजारों की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे। जिसमें प्रतिदिन 51 पंडितो द्वारा पवित्र आत्मा की शान्ति के लिए यज्ञ हवन एवं माला जाप किया गया।


श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में प्रमुख यजमान डॉ.सम्पत सरोज अग्रवाल,सुमित सोनिया अग्रवाल, अमित रिंकी अग्रवाल, किशन श्रृष्टि अग्रवाल, मुरारी लाल राजकुमारी, दयाराम रामकली अग्रवाल, जयंती लाल चंद्रकला अग्रवाल, राहुल प्रगति अग्रवाल, विजय रश्मि अग्रवाल, सुशील नेहा अग्रवाल, सुनील दुर्गा अग्रवाल, ज्योति ममता अग्रवाल, निर्मल वीणा दास, विकाश अंसु वाधवा, देवचरण माला अग्रवाल, अशोक रीना अग्रवाल, शंकर सुमन अग्रवाल, नंदकिशोर लक्ष्मी अग्रवाल, मुकेश नीलिमा प्रधान, बृजेश सोनीदेवी यादव, कमल जमुना पटेल, मुकेश सुमन दुबे, रामरतन अंजना अग्रवाल, नरेश रेखा अग्रवाल, श्याम सुंदर मीना अग्रवाल आदि उपस्थित रहें।


इस भव्य श्रीमद्भागवत कथा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के जय श्री कृष्ण,राधे राधे के जयकारे से बसना नगर सहित पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा।इस भव्य 11 कुण्डीय यज्ञ में डॉ. सम्पत अग्रवाल सहित क्षेत्रवासियों ने हवन किया। हवन के दौरान कथा व्यास पंड़ित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज ने कहा कि आत्मा को जन्म व मृत्यु के बंधन से मुक्त कराने के लिए भक्ति मार्ग से जुड़कर सत्कर्म करना होगा। कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं।

भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है।
श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। कथावाचक पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला “प्र” का अर्थ ‘प्रभु’, दूसरा “सा” का अर्थ ‘साक्षात’ व तीसरा “द” का अर्थ होता है ‘दर्शन’। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन, बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन दिन सोमवार को हुआ तथा मंगलवार को विधिविधान से पूजा यज्ञ हवन किया गया। इस दौरान नव कन्या पूजन कर भोज कराया गया तथा महाभंडारा में प्रसाद वितरित हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहें।
इस भव्य श्रीमद्भागवत कथा में 16 जनवरी को आयोजित विश्व की सबसे बड़ी महाकलश यात्रा में भाजपा नेता नेत्रियों, समाज सेवकों सहित क्षेत्र के 25000 से भी अधिक माताओं बहनों ने एक ही रंग पीला वस्त्र धारण कर अपने अपने सिर में कलश धारण कर बसना नगर व नीलांचल सेवा समिति संस्थापक डॉ.सम्पत अग्रवाल के नाम दो-दो गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने में सहयोगी बनकर इस पुनित श्रीमद्भागवत कथा महा कलश यात्रा के पुण्य का लाभ लिया एवं बसना नगर परचम एक बार फिर पुरे विश्व में लहराया, इस भव्य श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में बुलंदशहर उत्तर प्रदेश से पधारे परम श्रद्धेय पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज के श्रीमुख से पुरे सात दिनों तक श्रीकृष्ण भक्ति का श्रीमद्भागवत कथा का वाचन कर समस्त श्रद्धालुओं ने पुण्य का लाभ लिया।

इस भव्य श्रीमदभागवत कथा के दौरान घर वापसी अभियान के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव एवं नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ.सम्पत अग्रवाल के नेतृत्व में लगभग 325 परिवारों के 1100 लोगों ने पुनः हिन्दू धर्म में घर वापसी की, इस दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव एवं डॉ.सम्पत अग्रवाल ने हिन्दू संस्कृति हिन्दू रीति रिवाज से यज्ञ हवन कराकर पंच तत्व से बने पात्र के गंगा जल से सभी का पैर धोकर माथे पर तिलक लगाकर हिन्दू धर्म में स्वागत अभिनंदन किया, कथावाचक पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज ने सभी का तिलक लगाकर कर हिंदू धर्म की शपथ दिलाई, इस दौरान कार्यक्रम संयोजक व नीलांचल सेवा समिति संस्थापक डॉ.सम्पत अग्रवाल के द्वारा पंडित हिमांशु कृष्ण भारद्वाज महाराज जी के हाथों श्री राधेकृष्ण की माला पहनाकर एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

इस भव्य श्रीमदभागवत कथा में शुभारंभ से लेकर समापन तक मुख्य यजमान डॉ.सम्पत सरोज अग्रवाल रहें,वहीं उप यजमान सुमित सोनिया अग्रवाल, अमित रिंकी अग्रवाल, किशन सृष्टि अग्रवाल आदि रहें।
श्रीमद्भागवत कथा के अंतिम पुर्ण आहुति के दिन भाजपा नेता व पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी शामिल हुए एवं श्रीमद्भागवत महापुराण की पूजा अर्चना की एवं समस्त क्षेत्रवासियों की समृद्धि की कामना करते हुए कहा कि मैं अपने जीवन की हर परिस्थितियों में श्री कृष्ण जी से प्रेरणा लेता हूँ, क्योंकि दुनिया के सारे समस्याओं का समाधान श्रीमद्भागवत श्रीकृष्ण जी के पास है, इस भव्य श्श्रीश्रीमद्भा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के आयोजन के लिए नीलांचल सेवा समिति के संस्थापक डॉ.सम्पत अग्रवाल, सर्व समाज एवं आयोजन समिति के कार्यकर्ताओं सहित क्षेत्रवासियों को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं ।


श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में घर वापसी अभियान प्रमुख व भाजपा प्रदेश महामंत्री भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव,नारायण चंदेल,गौरीशंकर अग्रवाल,अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक,महेश गागड़ा, बसंत पांडा, राजीवलोचन महाराज, प्रेम शंकर सिदार प्रांत प्रचारक, ठाकुर राम यादव विभाग प्रचारक,घनश्याम सोनी, देवेन्द्र नायक डायरेक्टर बालाजी हास्पिटल रायपुर, श्रीमति जसवंत कौर, राजिंदर खनूजा, शंकर अग्रवाल,पुनम चंद्राकर, प्रकाश चंद्राकार, इंद्रजीत सिंह गोल्डी, रूपकुमारी चौधरी, रमेश अग्रवाल, जितेंद्र त्रिपाठी, माधव साव, हरप्रसाद अंबू पटेल, नरेश सिंघल ,जगन्नाथ पाणीग्रही, संयोगिता युद्धवीर सिंह जूदेव, अमर बंसल, विक्रमादित्य सिंह जूदेव, महारानी जया सिंह जूदेव, पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी शामिल होकर श्रीमद्भागवत कथा के पुण्य का लाभ लिया।

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