उठावना बारहवां, बुधवार को
कवर्धा( अमर छत्तीसगढ़)। सुश्रावक जैन धर्मावलंबी हंसमुख रहने वाले नगर के प्रमुख व्यवसायी मंगलचंद नाहटा का बीती रात्रि को रायपुर स्थित निवास में निधन हो गया। उनके पैतृक गांव कवर्धा में आज सैकड़ों नम आंखों ने अंतिम विदाई दी। मुखग्नि उनकी पुत्रियों ने दी। मुक्तिधाम में बड़ी संख्या में उपस्थित परिजनों समाज के लोगों नगर के गणमान्य व्यवासायी विभिन्न राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में नगरवासी व ग्रामीण क्षेत्रों के भी लोग उपस्थित थे। आज सुबह उनका पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए कवर्धा स्थित निवास में रखा गया। जहां से मुक्तिधाम की यात्रा भी शुरु हुई। मुक्तिधाम में जैन धर्मावलंबी सुश्रावक मंगलचंद नाहटा को उनकी सुपुत्रीयों ने मुखाग्नि दी।
मुक्तिधाम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों व जिलों से पहुंचे परिजनों ने उन्हें याद किया तथा उनके विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में व्यवासायी क्षेत्रों में किये गये कार्यों को याद किया। श्रद्धांजलि सभा को धमतरी के पूर्व विधायक श्री चोपड़ा, गंभीरमल सांखला व श्रीश्रीमाल, श्री गैंदमल ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सुश्रावक मंगलचंद नाहटा द्वारा गत 24 फरवरी को विभिन्न प्रसंगों को स्मरण कर उन्होंने सभी से क्षमा याचना भी की। आज सुबह उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग सम्मिलित हुए।
पत्रकार सीएल जैन सोना व परिजनों ने भी अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित की। स्व. मंगलचंद नाहटा अपने पीछे भ्राता किशनचंद नाहटा, जयचंद नाहटा सहित भरा-पूरा परिवार जो कि चौथी पीढ़ी के साथ संयुक्त परिवार में रहते है छोड़ गए।
परिजनों के अनुसार स्व. मंगलचंद नाहटा का उठावना कार्यक्रम के साथ शोक मिलन बारहवां 1 मार्च बुधवार को रखा गया है। 10.30 बजे कवर्धा निवास में उठावना के साथ ही अन्य कार्यक्रम बारहवां सहित स्थानीय महावीर जैन मंदिर कवर्धा में संपन्न होगा।