तारबाहर पुलिस एवं ACCU की कार्यवाही
अवैध नशा के विरुद्ध अभियान “निजात” के दौरान कार्यवाही
खतरनाक श्रेणी का 5.93 ग्राम मेथममेटाफाइन गति/बर्फ ड्रग जप्त
नाम आरोपी – ओमकुमार जाटव पिता सूर्यज्ञान उम्र 21 वर्ष वर्तमान पता द्वारिका दिल्ली स्थाई पता किरवाडा पोस्ट पहारिया नगर थाना श्री महावीरजी जिला करौली राजस्थान
जप्ती मात्रा- 5.930 ग्राम
जप्ती 6 प्लास्टिक जिपर पैकेट में अवैध मादक पदार्थ कुल वजन 5.93 ग्राम, नकदी रकम 1500 जुमला कीमती 91500₹
बिलासपुर (अमर छत्तीसगढ़) पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह के निर्देश अनुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेंद्र जायसवाल एवं नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन श्री संदीप कुमार पटेल के मार्गदर्शन में अवैध नशा के विरुद्ध कार्यवाही की जा रही है।
दिनांक 19/3/2023 को सूचना मिला की हाई प्रोफाइल,पार्टी ड्रग्स की सप्लाई के लिए अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति दिल्ली, मुंबई से आने वाली ट्रेन का प्रयोग कर रहे हैं तथा ट्रेन में टैंडर बेसिस पर साफ-सफाई खाना और सामान सप्लाई का कार्य करने वाली कंपनी के वर्कर तस्करी में संलिप्त है। राजधानी एक्सप्रेस में एक व्यक्ति रविवार को अवैध ड्रग सप्लाई करने बिलासपुर आने वाला है। सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीम तैयार कर रेड कार्यवाही हेतु रवाना किया गया था।
कार्यवाही को संपादित कर रही टीम को साईं मंदिर तारबाहर के पास एक संदिग्ध व्यक्ति मिला जो राजधानी एक्सप्रेस में सामान सप्लाई का कार्य करता है, जिसे विधिवत सूक्ष्मता से पूछताछ करने पर अवैध ड्रग क्रिस्टल मेथ/गति रखना बताया, आरोपी व्यक्ति पूर्ण सावधानी बरते हुए अवैध मादक पदार्थ को छुपा कर रखा था। जिसे गवाहों के समक्ष विधिवत जप्त किया गया है। जप्त मादक पदार्थ मेथामफेटामाइन, का होना पाया गया है। उक्त ड्रग को आमतौर पर गति/एक्स्टसी/MDMA/मौली आदि के रूप में जाना जाता है, यह एक मनो-सक्रिय दवा है जो मुख्य रूप से मनोरंजक उद्देश्य एवं शक्ति को बढ़ाने में की जाती है। इसके प्रभाव से संवेदनाएं बढ़ना ऊर्जा बढ़ना, गुस्सा आना और मोटापा बढ़ना शामिल है।
पूछताछ करने पर आरोपी को यह मादक पदार्थ बिक्री करने के लिए किससे मिला, इसे खरीदने और उपयोग करने वालो के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। इस संबंध में तकनीकी जानकारी एकत्र की जा रही है।
कार्यवाही में थाना प्रभारी तारबाहर निरीक्षक मनोज नायक, ACCU प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र वैष्णव उपनिरीक्षक अजय वारे, सउनि मोतीलाल सूर्यवंशी, एवं आ. बलबीर सिंह, मुरली भार्गव का योगदान रहा।