न्याय मार्ग के प्रमुख आधार स्तंभों में से एक अधिवक्ता प्रभात तिवारी नहीं रहे….. अंतिम यात्रा में लोगों की उमड़ी भीड़…. वरिष्ठ अधिवक्ता पीकेसी तिवारी की काया पंचतत्व में विलीन….

न्याय मार्ग के प्रमुख आधार स्तंभों में से एक अधिवक्ता प्रभात तिवारी नहीं रहे….. अंतिम यात्रा में लोगों की उमड़ी भीड़…. वरिष्ठ अधिवक्ता पीकेसी तिवारी की काया पंचतत्व में विलीन….

मुक्ति धाम में दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि

राजनांदगांव(अमर छत्तीसगढ) / नगर के वरिष्ठतम एवं उच्च न्यायालय बिलासपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता रहे प्रभात तिवारी जी (पी.के.सी. तिवारी) का आज 83 वर्ष की आयु में दुखद निधन हो गया। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे।
श्री तिवारी पूर्व जिला युंका अध्यक्ष, छ ग स्टेट बार एसोशियेशन के सदस्य तथा नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत तिवारी, अधिवक्ता सुशांत तिवारी, इंजीनियर सीमांत तिवारी के पिता थे। वे अपने पीछे नाती -पोते सहित भरा -पूरा परिवार छोड़ गए। उनकी अंतिम यात्रा आज चिखली स्थित निवास से दोपहर को लखोली नाका स्थित मुक्तिधाम के लिए निकाली गई। जहां उनके जेष्ठ पुत्र प्रशांत तिवारी ने उन्हें मुखाग्नि दी।उनकी अंत्येष्ठि में अधिवक्ता समूह, सामाजिक, धार्मिक संगठन के प्रतिष्ठितजन बड़ी संख्या में शामिल हुए। अंतिम संस्कार पश्चात मुक्तिधाम में एक शोक सभा आयोजित की गई जिसे उच्च न्यायालय बिलासपुर के पूर्व न्यायाधिपति एवं राज्य उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष गौतम चौरडिया, उच्च न्यायालय के पूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी,कान्यकुब्ज सभा रायपुर के अध्यक्ष अरुण शुक्ला, शिक्षाविद आर पी दीक्षित ने संबोधित किया।शोक सभा के माध्यम से वक्ताओं ने कहा कि न्याय के मार्ग के प्रमुख आधार स्तंभों में से एक थे श्री तिवारी। उन्होंने कहा कि श्री तिवारी अपना पूरा जीवन न्याय के प्रति समर्पित कर दिया। उनके निधन से समाज एवं अधिवक्ता जगत को हुए नुकसान की भरपाई संभव नहीं है। वक्ताओं ने श्री तिवारी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला । इसके बाद उपस्थित विशाल जनसमूह ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें अंतिम बिदाई दी। शोक सभा का संचालन पंडित अजय शुक्ला ने किया।
अधिवक्ता रूपेश दुबे ने बताया कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व छोटेलाल तिवारी के पुत्र श्री प्रभात तिवारी जी कान्यकुब्ज सभा राजनांदगांव के लंबे समय तक अध्यक्ष रहे एवं दिग्विजय स्टेडियम के सचिव, विधि महाविद्यालय के प्राचार्य सहित राजनांदगांव के अग्रिम पंक्ति के अधिवक्ताओं में शीर्षस्थ थे ,साथ ही उच्च न्यायालय बिलासपुर की स्थापना के बाद उन्होंने वहां वकालत प्रारंभ की जहां वे वरिष्ठ अधिवक्ता के पद में आसीन होकर उत्कृष्ठ विधिवेत्ता के रूप में अपना लोहा मनवाया। उनकी स्पष्टवादिता एवं सत्यता के सभी कायल थे। उनके निधन से समाज एवं अधिवक्ता समूह में जो रिक्तता आई है ,उसे पूरा किया जाना संभव नहीं है। उनकी अंत्येष्ठि में जीवजंतु कल्याण बोर्ड छ ग शासन के अध्यक्ष विद्याभूषण शुक्ला, युवा आयोग के अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार, अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष हाफिज खान, गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष मन्ना यादव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पदम सिंह कोठारी, नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एके दीक्षित, डॉ महेश मिश्रा, पत्रकारिता जगत के शैलेंद्र कोठारी,विमल हाजरा, आलोक शर्मा,वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमेश जोशी, मुरलीधर हरिहारनो, पूर्व महापौर नरेश डाकलिया, सुदेश देशमुख, अजीत जैन,जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष के के सिंह, पूर्व अध्यक्ष मनोज चौधरी, उमाकांत भारद्वाज, प्रमोद मोहबे,चंद्रपाल सिंह पवार,परवेज अख्तर, नरेंद्र चौरसिया, गजेन्द्र बक्शी,राजेश खांडेकर, प्रवीण मल, उमेश मिश्रा, वीरेंद्र दीवान,डॉ.सूर्यप्रकाश द्विवेदी,के के द्विवेदी, के एन तिवारी, वी बी सिंह, जरनैल सिंह भाटिया, रईस अहमद शकील, रूबी गरचा, पवन मेश्राम, दौलत सिंह चंदेल, अशोक जैन, चंद्रभान बाजपेई, पप्पू धकेता, नीरज बाजपेई, जयराज चौथवानी, धर्मेंद्र जैन, अमिताप श्रीवास्तव, संजीव मिश्रा, महेंद्र शर्मा,प्रवीण मेश्राम,हनी ग्रेवाल, मूलचंद भंसाली, अमित चंद्रवंशी, बी एन ठाकुर, मनमोहन तिवारी, एजाज सिद्दकी, नारायण कन्नोजे, बालू भंसाली, गणेश खोबरागड़े के अलावा बिलासपुर,रायपुर, बलौदा बाजार, दुर्ग सहित पूरे छत्तीसगढ़ के प्रमुख स्थानों के अधिवक्तागण एवं नगर के गणमान्य जन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

निधन ,

प्रभात तिवारी

राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़)। हाईकोर्ट के वरिष्ठ अभिवक्ता ब्राम्हण समाज प्रभात तिवारी (पी.के.सी. तिवारी) का सुबह निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा आज उनके निज निवास से निकली। लखोली, मुक्तिधाम, राजनांदगांव के लिए प्रस्थान की जाएगी। अंतिम यात्रा में बड़ी संध्या में अधिवक्तागण, समाजसेवी, व्यवसायी गण, परिजन, ब्राम्हण समाज के बड़ी संख्या में परिजनों के साथ आज उन्हें अंतिम विदाई दी। वे प्रशान्त – प्रभात तिवारी, अधिवक्ता सुशांत तिवारी, अधिवक्ता, इंजी. सीमांत तिवारी के पिता थे। वे अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए। वरिष्ठ पत्रकार सीएल जैन सोना ने अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित की।

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