75 ग्राम पंचायतो के सरपंच की उपस्थिती में निजात अभियान के उद्देश्य एवं उपयोगिता के संबंध में की गई चर्चा

75 ग्राम पंचायतो के सरपंच की उपस्थिती में निजात अभियान के उद्देश्य एवं उपयोगिता के संबंध में की गई चर्चा


बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़) 1 मई:- इस प्रकार है कि पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह (भापुसे) के द्वारा अपनी बिलासपुर पदस्थापना के बाद से ही नशा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत निजात अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज दिनांक 30.04.2023 को वन चेतना केन्द्र सकरी में जिला सरपंच संघ द्वारा निजात नशा मुक्ति कार्यक्रम के सफल आयेाजन को आगे बढ़ाते हुये नशामुक्ति कार्यक्रम संपन्न कराया गया। उक्त कार्यक्रम में बिलासपुर जिला के लगभग 75 ग्राम पंचायतो के सरपंच उपस्थित हुये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री संतोष कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर अध्यक्षता राजेन्द्र कुमार जायसवाल, अति0 पुलिस अधीक्षक (शहर) बिलासपुर, विशिष्ट अतिथि डा0 शिल्पा द्विवेदी तथा संदीप कुमार पटेल, (प्र0 भापुसे) नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाईन, अमन कुमार झा (प्र0 भापुसे) सम्मिलित हुये।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारियो के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी सरपंचो को सम्बोधित किया गया।
सरपंच संघ के अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने निजात कार्यक्रम के तारत्मय मे अपने उदबोधन में सभा में उपस्थित सभी सरपंचो के समक्ष कहा गया कि सरपंच किसी ग्राम का प्रथम नागरिक होता है, जिनके द्वारा नशे के विरूध्द किये गये प्रयास से निजात अभियान और भी अधिक सफल हो सकता है। श्री उपाध्याय द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित हुये विभिन्न ग्रामो के सरपंचो का स्वागत किया गया। अन्य सरपंचो द्वारा अपनी अपनी बातें रखी गई। लगभग दस ग्राम पंचायत के सरपंचो के द्वारा अपने गांव में अवैध रूप से शराब बिक्री किये जाने की शिकायत भी गई है। जिन्हें पुलिस अधीक्षक द्वारा वैधानिक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया गया है। श्री उपाध्याय द्वारा सरपंचो से यह अपील भी गई है कि यदि सरपंच अपने ग्राम में अवैध नशे के कारोबार के विरूद्व कार्य करे तो ग्राम वासियो सहित समाज को इसका लाभ प्राप्त होगा।


पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष कुमार सिंह बैठक में उपस्थित सरपंचो को निजात अभियान के संबंध में प्रकाश डालते हुये बताया गया कि निजात अभियान में पुलिस द्वारा तीन चरणों में कार्यवाही की जायेगी। जिसके पहले चरण में नशे का व्यापार करने वाले एवं नशे में संलिप्त लोगो के विरूध्द कानूनी कार्यवाही करना एवं नशे दूर रहने हेतू अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करना शामील है।

द्वितीय चरण में नशे की गिरफ्त में आये सभी युवको की विभिन्न एनजीओ संस्थाओ के माध्यम से निरंतर काउंसलिंग कर उन्हें नशे की गिरफ्त से मुक्ति दिलाना है तथा तृतीय चरण में जो युवक नशे के आदी हो चुके है, उनका समाजसेवी संस्थाओ के माध्यम से अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराने के संबंध में बताया गया।

पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी सरपंचो से अभियान में योगदान देने हेतु अपील की गई।
डाॅ शिल्पी द्विवेदी के द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि समाज में 10 वर्ष से 17 वर्ष तक के युवक नशे की गिरफ्त में सरलता से आ जाते है। जिन्हें काउंसलिंग कर सुधारा जा सकता है। उन्होनें मानवीय प्रवृत्ति एवं मानसिक धारणा के संबंध में बताया कि व्यक्ति के मानसिक व्यवहार के तीन स्तंभ है जिसमें पहला स्तंभ सही और गलत की जानकारी देता है। दूसरा स्तंभ गलत करने से रोका जाना है तथा तीसरा स्तंभ जिद है, जिसे विशेषज्ञ द्वारा नशे से परिभाषित किया गया है।


अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर द्वारा निजात अभियान के पश्चात अपराधो में हुई रोकथाम के संबंध में बताया गया। अभियान के पश्चात विभिन्न अपराधो मारपीट की घटना, वाहन दुर्घटना, चाकूबाजी में संख्यात्मक रूप से कमी होना पाया गया।
इसी प्रकार भापुसे0 के प्रशिक्षु अधिकारी गण श्री संदीप कुमार पटेल, अमन कुमार झा के द्वारा बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रो में सरपंच गण गांव के मुखिया के रूप में होते है। जिनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में व्याप्त नशाखोरी को आसानी से रोका जा सकता है। अतः सभी संरपंचो इस दिशा में भी प्रयास किया जाना आवश्यक है।

        कार्यक्रम में सरपंच संघ अध्यक्ष श्री आदित्य उपाध्याय सहित ग्राम गिरधौना, चितावर, जरौधा, मोढ़े, हांफा, कपिसया कला, भरारी, सैदा, खरकेना, काठाकोनी, भरनी, कोपरा, भकुर्रानवापारा, विध्यांसन, लिम्ही, बुटैना, चोरभट्ठी खुर्द, सहित लगभग 75 गांव के सरपंच उपस्थित थे।
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