हजारों किलोमीटर की पदयात्रा कर छत्तीसगढ़ पधारे
दुर्ग(अमर छत्तीसगढ) जैन संत श्रमण संघीय उपाध्याय प्रवर श्री प्रवीण ऋषि जी महाराज जोधपुर राजस्थान का चातुर्मास संपन्न कर उग्र विहार कर छत्तीसगढ़ की पावन धरा पर उनका मंगलमय प्रवेश हुआ है प्रवेश के साथ छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में विचरण करते हुए कवर्धा वीजा होते हुए आज साजा नगरी में मंगलमय प्रवेश हुआ।
छत्तीसगढ़ युवा श्रमण संघ के सदस्यों ने उनकी अगवानी करते हुए उनके पदयात्रा में उनके साथ विचरण कर रहे हैं ।
श्री प्रवीण ऋषि जी महाराज के साथ उनके शिष्य श्री तीर्थेश ऋषि जी महाराज भी उनके साथ हैं ।
कवर्धा से पदयात्रा करते हुए मुनि वृंद 2 दिन की ऋषि स्थिरता के पश्चात विचरण पुनः प्रारंभ करेंगे देवकर परपोड़ी खैरागढ़ राजनांदगांव डोंगरगांव खुजी डौंडीलोहारा बालोद गुंडरदेही होते हुए दुर्ग प्रवेश करेंगे जहां उनकी महावीर गाथा का सात दिवसीय कार्यक्रम होने की संभावना है उसके पश्चात मंगल साधना केंद्र मंगलम में रतन मुनि जी महाराज की सेवा भविष्य डॉ सतीश मुनि एवं अन्य मुनि वृंद का मंगलमय मिलन होगा ।
ज्ञात हो कि उपाध्याय प्रवर और अहर्म विज्जा प्रणेता श्री प्रवीण ऋषि जी महाराज हजारों किलोमीटर की पदयात्रा करते हुए रायपुर चातुर्मास हेतु छत्तीसगढ़ पधारे हैं श्रमण संघ रायपुर के सानिध्य में उपाध्याय प्रवर का चातुर्मास रायपुर में जुलाई माह से प्रारंभ होने वाला है जिसकी तैयारी के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों के जैन समाज के श्रमण संघ परिवार के लोग इस तैयारी में लगे हैं ।
गुरुदेव श्री के आज के बिहार में दुर्ग रायपुर परपोड़ी शाहजहां साजा भी जा एवं आसपास के ग्रामीण अंचलों के जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे ।