कोटा (अमर छत्तीसगढ़) 23 मई। भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निर्देशानुसार अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा कार्यक्रम समन्वयक डॉ. मनोज सिन्हा जिला संगठक डॉ. संजय तिवारी तथा प्राचार्य बी. एल. काशी के मार्गदर्शन में कोटा विकासखंड के ग्राम अमने एवं कोटसागरपारा में औपचारिक शिक्षा या नियमित रोजगार में नहीं रहने वाले युवाओं का सर्वेक्षण किया गया.
कार्यक्रम अधिकारी शितेष जैन ने डोर टू डोर सर्वे कार्य में स्वयंसेवकों के साथ जाकर इस राष्ट्रीय अभियान में भागीदारी करते हुए बताया कि 15 वर्ष से 29 वर्ष के युवाओं के सर्वेक्षण के माध्यम से भारत सरकार देश के युवाओं की शिक्षा का स्तर, विभिन्न प्रकार के कार्यों में उनकी संलिप्तता, वैवाहिक स्थिति, घर में आय का साधन, वेतन के लिए काम की तलाश, किस प्रकार के कार्य में उनकी रुचि है, क्या स्वरोजगार के लिए कोई योजना बनाई जा रही है, क्या बैंक ऋण के लिए प्रयास किया गया है आदि जानकारियों को एकत्रित कर औपचारिक शिक्षा और रोजगार में नहीं रहने वाले युवाओं के लिए विशेष योजना तैयार कर रही है ताकि उन युवाओं के लिए रोजगार मूलक कार्य प्रारंभ किए जा सकें जो उनकी रुचि एवं क्षमता के अनुकूल हों, जिससे कि भारत और अधिक मजबूत तथा आत्मनिर्भर बन सके. अमने के ग्रामवासियों के सहयोग से इस सर्वेक्षण कार्य को सफलतापूर्वक संपन्न करने में स्वयंसेवक मोहन वैष्णव, सुहानी जायसवाल, अंजली गुप्ता श्वेता गुप्ता, रितेश, लक्ष्मीनारायण, कैलाश, याशिता तथा दुष्यंत धुलिया की सराहनीय भूमिका रही.