(संजू महाजन की रिपोर्ट)
पांडादाह(अमर छत्तीसगढ़):- भगवान श्री जगन्नाथ जी मंदिर परिसर में बैठक के दौरान- राजगामी संपदा न्यास सदस्य एवं जगन्नाथ जी पांडादाह मंदिर सेवा समिति-अध्यक्ष पंडित मिहिर झा जी ने बताया 13 वर्षों से पांडादाह क्षेत्र में निरंतर रामकथा समागम होते आ रहे हैं!
प्रतिवर्ष होने वाले रानी सूर्यमुखी देवी स्मृति समारोह एवं रामकथा समागम के लिए राशि स्वीकृत ना करने के लिए असंतोष व्यक्त किया गया! मंदिर सेवा समिति के सदस्य व मंदिर से जुड़े लोग एवं आसपास क्षेत्र के आम नागरिक बड़े बुजुर्ग,महिला,पुरुष,बच्चों में भी काफी नाराजगी है! रामकथा धार्मिक आयोजन के लिए इस वर्ष राजगामी संपदा न्यास द्वारा आर्थिक सहयोग नहीं दिया जा रहा है! जबकि राजगामी संपदा में अरबों की संपत्ति है!
पांडादाह-राजगामी कृषि भूमि-क्षेत्र में लगभग 700 एकड़ जमीन है
पंडित जी ने बताया कि इस वर्ष पांडादाह राजगामी संपदा की कृषि भूमि की नीलामी की आय लगभग 50 लाख रुपए से अधिक की प्राप्ति हुई है! इसी प्रकार प्रतिवर्ष पांडादाह राजगामी संपदा से आय होते हैं मंदिर सेवा समिति एवं आसपास क्षेत्र के लोगों का कहना है आय की आधी रकम भगवान श्री जगन्नाथ जी मंदिर के विकास कार्यों एवं मंदिर से जुड़े धार्मिक आयोजनों के लिए दिया जाए
प्रदेश के प्रमुख प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर भगवान श्री जगन्नाथ जी धाम पांडादाह
भक्तों का आस्था का केंद्र होने के बावजूद आज विकास कार्य नहीं के बराबर हों रहे हैं ! मंदिर सेवा समिति एवं आसपास क्षेत्र के लोगों का कहना है पांडादाह के राजा व रानी की करोड़ों की संपत्ति है और प्रतिवर्ष इतनी आय होने के बावजूद स्व सूर्यमुखी देवी की स्मृति में रामकथा व मंदिर में धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन प्रतिवर्ष होते आ रहे हैं लेकिन राजगामी संपदा न्यास द्वारा आर्थिक सहयोग नहीं मिलने के कारण इस वर्ष रामकथा व धार्मिक आयोजन नहीं हो पाया
बैठक में मंदिर सेवा समिति अध्यक्ष-पंडित मिहिर झा जी, पंडित ओम झा जी सहित मंदिर सेवा समिति के सदस्यगण-रिंकू महोबिया जी, सुयश खैरे जी, देवकांत यदु जी, संजय यदु जी, गौस मोहम्मद जी, राजू यदु जी, संजू महाजन जी, संतोष वैष्णव पुजारी जी, चंद्रेश यादव जी, श्रीमती आरती महोबिया जी, सन्नी यदु जी, दिलीप श्रीवास्तव जी, सहित आस पास के लोग उपस्थित थे !