163 वा उपवास आज ओर कठिन विहार

163 वा उपवास आज ओर कठिन विहार

 रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 14 जनवरी 2023 को लिया था आहार, उसके बाद नही

   200 किमी (लगभग) का विहार (पैदल यात्रा) कर रायपुर (छग) से मध्यप्रदेश के बालाघाट पहुँचे संतो में एक संत श्री विराग मुनि जी मसा है, जो अकल्पनीय कठोर तप कर रहें है। उनका आज निराहार 163वां उपवास है। मतलब उन्होंने 163 दिनों से अन्न का एक दाना भी ग्रहण नही किया। 14 जनवरी 2023 को लिया था आहार, उसके बाद नही!! रोजाना सिर्फ आधा लीटर गरम पानी ग्रहण करते है वह भी सूर्योदय से 48 मिनिट बाद और सूर्यास्त के पूर्व.

    करना तो दूर, सोचने पर भी रोंगटे खड़े हो जाते है कि कोई संत-व्यक्ति स्वाद का अनुराग छोड़कर इतना "विराग" कैसे हो सकता है। कठोर तप से मनुष्य के अंदर छिपी शक्तियां जागृत होती है, आत्मा जाग्रत होती है, परम आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है। पर क्या यह कलयुग में भी संभव है ? विराग मुनि जी की दिनचर्या, शरीर की दमक, चेहरे की चमक हरपल अध्यात्म की ताकत को मानने पर मजबूर कर देती है.

   *तपस्वी मुनिराज को वंदन बारम्बार.*
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