..एक देसी कट्टा एवं दो जिंदा कारतूस सरकंडा पुलिस द्वारा जप्त दो आरोपी अभी है फरार*
सरकंडा पुलिस की तत्परता से क़ी गई कार्यवाही
बिलासपुर ( अमर छत्तीसगढ) थाना प्रभारी सरकंडा को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुआ कि बंगाली पारा गली नंबर 3 में एक व्यक्ति देसी कट्टा एवं जिंदा कारतूस लेकर गंभीर अपराध घटित करने की तैयारी में है. सूचना पर तत्काल कार्यवाही करते हुए निरीक्षक परिवेश तिवारी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दीपक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बिलासपुर उमेश कश्यप, नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती स्नेहिल साहू को सूचना से अवगत करा कर एवं कार्यवाही हेतु निर्देश प्राप्त कर बंगाली पारा जाकर मुखबीर द्वारा बताए स्थान पर घेराबंदी कर सुमेश कश्यप को पकड़ा गया ।
उसके बदन की तलाशी लेने पर कमर में छुपा कर एक नग देसी कट्टा एवं कारतूस रखना पाया गया । जिसे जप्त कर बारीकी से पूछताछ किया गया तथा आरोपी के मोबाइल का अवलोकन किया गया. जिसमें जानकारी हुई कि आरोपी सुमेश कश्यप अपने अन्य साथी किशन कश्यप, राकी उर्फ करण कश्यप निवासी गिधौरी थाना रतनपुर उके साथ मिलकर पुरानी रंजिश के कारण मोंटी कश्यप निवासी गिधौरी की हत्या कराना चाहते थे ।
जिसके लिए उड़ीसा के कुंदन सागर को व्हाट्सएप में चैटिंग कर हत्या करने के लिए सुपारी दिए थे। जिस पर कुंदन सागर एक कट्टा एवं दो कारतूस लेकर एक हफ्ता पूर्व गांव गिधौरी आकर किशन कश्यप के ट्यूबवेल में ठहर कर कट्टा कारतूस से मोंटी कश्यप को हत्या करने की योजना बनाए थे । मौका नहीं मिलने तथा हथियार की कमी होने से और हथियार लेने कुंदन सागर एवं राकी कश्यप के उड़ीसा जाना पाया गया । आरोपियों के द्वारा कुंदन सागर को मोंटी की हत्या करने के बाद ₹100000/- देने का सौदा हुआ था तथा वर्तमान में आने-जाने के खर्च के रूप में सुमेश कश्यप द्वारा ₹7500 देना स्वीकार किया है ।
इस प्रकार आरोपियों द्वारा मोंटी कश्यप की योजनाबद्ध तरीके से हत्या करने का षड्यंत्र करना पाए जाने पर धारा 115, 120 बी भादवि एवं 25.27 आर्म्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है । संपूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी थाना सरकंडा , सहायक उपनिरीक्षक हेमंत आदित्य, प्रधान आरक्षक चंद्रकांत डहरिया, आरक्षक विवेक राय बलवीर सिंह, प्रमोद सिंह, अविनाश कश्यप, लगन खांडेकर एवं थाना सिविल लाइन के आरक्षक सरफराज खान की महत्वपूर्ण भूमिका रहीl