जय आनंद मधुकर रतन भवन दुर्ग में होगी आयंबिल की आराधना पूरे देश भर में एक लाख आठ हजार आयंबिल तप होगा शीतल मुनि जी का सानिध्य मिलेगा
(रिपोर्ट नवीन संचेती)
दुर्ग(अमर छत्तीसगढ़) 16 अगस्त। सामाजिक स्वाध्याय के प्रबल प्रेरक गुरुदेव शीतल मुनि जी के सानिध्य में आचार्य सम्राट आनंद ऋषि जी महाराज की 124 वा जन्म महोत्सव जय आनंद मधुकर रतन भवन बांदा तालाब दुर्ग में एमबिल महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है जिसमें पूरे देश भर से एक लाख आठ हजार आयंबिल तप की आराधना की जा रहा है आचार्य सम्राट आनंद ऋषि जी महाराज को आयंबिल की तपस्या बेहद पसंद थी जिसे उन्होंने जिसे उन्होंने जीवन पर्यंत इस तपस्या की साधना की और अपने भक्तों को भी जीवन भर इस तपस्या को करने की प्रेरणा देते रहे पूरे देश भर में गुरुदेव श्री आनंद ऋषि जी को मानने वालों की संख्या लाखों-करोड़ों में है।
आयंबिल महोत्सव की तैयारी में श्रमण संघ परिवार के अलावा श्रमण संघ स्वाध्याय मंडल वर्धमान सेवा मंच श्रमण संघ महिला मंडल श्रमण संघ बालिका मंडल घर-घर जाकर आए आयंबिल तप करने का प्रत्येक परिवार में कूपन भराया जा रहा है।
17 अगस्त को आयोजित होने वाले इस महोत्सव में आयंबिल करने वाले तपस्वीयो की पूरी व्यवस्था जय आनंद मधुकर रतन भवन के भोजन शाला में रखी गई है।
आयंबिल तप महोत्सव एवं 51 चांदी के सिक्के लकी ड्रा के रूप में वितरित किए जाएंगे जिसके लाभार्थी परिवार प्रेमचंद गणेशी बाई मोनिका नमन चौरडिया है।
आयंबिल करने वाले सभी तपस्वी साधकों को श्री भंवरलाल अभय कुमार विक्रम पारख परिवार की ओर से स्मृति स्वरूप प्रभावना वितरित की जाएगी।
17 अगस्त को आयोजित होने वाली धर्म सभा आचार्य सम्राट श्री आनंद ऋषि जी महाराज के जीवन दर्शन पर केंद्रित रहेगी गुरुदेव श्री शीतल मुनि जी के सानिध्य में गुणानुवाद सभा का आयोजन जय आनंद मधुकर रतन भवन में होगा इस दिन धर्म सभा में भाग लेने वाले सभी लोगों की प्रभावना माताश्री जमुना देवी निर्मल बाफना परिवार की ओर से रहेगी।
श्रवण संघ परिवार की ओर से इस आयोजन को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है जिसे लेकर श्रवण संघ स्वाध्याय मंडल के सदस्य घर-घर जाकर अधिक से अधिक आयंबिल करने प्रेरणा देकर कूपन भर रहे हैं।