पर्युषण महापर्व छठवां दिन
बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ़) 18 अगस्त। जैन समाज के द्वारा परम पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व 2023 मे शुक्रवार को बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए । दिन भर पूजा-पाठ कई धार्मिक आयोजन होते रहे । इस वर्ष भी समाज के श्रावक श्राविका बड़ी संख्या में बड़ी तपस्या कर रहे । प्रत्येक घरों में बच्चों से बुजुर्ग तक तपस्या में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं । रात्रि में प्रवीण कोचर, अभिनव डाकलिया, धरा कोचर, प्रवीण गोलछा, सोनल बैद, सोनल जैन, राखी, शिल्पी डाकलिया, कविता मूनोत, संगीता चोपड़ा सहित समाज के अन्य श्रावक श्राविकाओं ने भक्ति गीत प्रस्तुत किया ।
पर्युषण महापर्व के शुक्रवार को तारबाहर स्थित चोपड़ा भवन में पूजन वेशभूषा धारण कर स्तवन कुलनायक पूजा, शांति कलश पूजा, मंगल दीपक सहित कई धार्मिक आयोजन संपन्न हुए । समाज की श्रीमती शोभा मेहता एवं श्रीमती पुष्पा श्रीश्रीमाल द्वारा कल्प सूत्र का वाचन किया गया । प्रतिदिन होने वाले धार्मिक गेम में श्रीमती किरण चोपड़ा द्वारा करवाए गए प्रतियोगिता में मीनू मेहता, शिल्पी डाकलिया, शितेश बैद विजेता रहे। भगवान जन्म वाचन महोत्सव के अवसर पर समाज की महिलाओं ने गरबा किया।
इस अवसर पर नरेंद्र मेहता, सुभाष श्रीश्रीमाल, इंदर चंद बैद, दिनेश मुनोत, संतोष चोपड़ा, संजय कोठारी, श्रीमती ललिता कोठारी, रवीन्द्र जंदानी, संगीता चोपड़ा, सुषमा जैन, किरण चोपड़ा, प्रवीण कोचर, मीनू मेहता, गौतम बाफना, योगेश चोपड़ा, अभिनव डाकलिया, अमित तुषार मेहता, पुष्पा श्रीश्रीमाल, शुभ चंद जैन अलका बाफना, संजय जैन, अजय जैन, गोपाल वेलानी, मनीष शाह, अमरेश जैन, सौरभ छाजेड़, अपेक्षा चोपड़ा, राशि, अतुल्या, महावीर, पंखुड़ी, मौली, प्रखर, पाखी सहित समाज के लोग उपस्थित थे।
तपस्या करने वालों में….
तपस्या करने वालों में लगातार 48 दिनों तक एक समय भोजन कर एकासना करने वाली मेहता परिवार की बहू अंजली मेहता साथ ही चंचल छाजेड, मंजू गोलछा, मीनू मेहता, ज्योति भयानी, शोभा मेहता, पुष्पा श्रीश्रीमाल, चंदन चोपड़ा का भी लगातार छह दिनों से एकासना की तपस्या चल रही है । तपस्या में भावना चोपड़ा का अक्षय निधि का तप चल रहा है। इसी तरह समाज के कई श्रावक श्राविका गुप्त तपस्या भी कर रहे हैं।
बोली का लाभ
पर्युषण पर्व में प्रतिदिन बोली लगाई जा रही है । जिसमें शांति कलश, आरती नरेंद्र तुषार अमित मेहता एवं परिवार एवं रात्रि में कुल नायक, दादा गुरुदेव एवं मंगल दीपक की आरती की बोली का लाभ संजय कोठारी, शशि रमेश भयानी, डॉ नीरज उषा शेण्डे परिवार ने लिया ।