दादागुरुदेव इक्तिसा जाप समापन अवसर पर हिमांशु – मयंक ने जमाया गुरुभक्ति का रंग

दादागुरुदेव इक्तिसा जाप समापन अवसर पर हिमांशु – मयंक ने जमाया गुरुभक्ति का रंग

बम्फर ड्रा में दिशा पारख को मिली सोने की चैन

रायपुर (अमर छत्तीसगढ़) 28 अगस्त।

खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभ सूरीश्वर जी द्वारा प्रतिष्ठित चमत्कारी श्री जिनकुशल सूरि जैन दादाबाड़ी , भैरव सोसायटी में 7 अगस्त से जारी 21 दिवसीय दादागुरुदेव इक्तिसा जाप के समापन समारोह दिवस पर देर रात तक हिमांशु जैन व मयंक जैन ने गुरुभक्ति का अनूठा रंग जमाया । जैन बंधुओं ने नवकार मंत्र है प्यारा , इसने लाखों को तारा , इस महामंत्र का जाप करो भवजल से मिले किनारा के मंगलाचरण से भजन संध्या का आरम्भ किया । चलो रे मालपुराधाम दादा ने सबको बुलाया है । मालपुरा में ऐसा एक गुलाब है जो दुनिया में लाजवाब है । ओ पालन हारे निर्गुण और न्यारे तुम्हारे बिन हमरा कोई नही ।

दादा जैसा यार कहां , कहां ऐसा याराना । भक्ति की रात दादा आज थाने आणो है जैसे गुरुभक्ति के भजनों से भक्तों को सराबोर कर दिया । श्री सीमंधर स्वामी जैन मंदिर व दादाबाड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद महासचिव महेन्द्र कोचर , ट्रस्टी टीकम जैन , नीलेश गोलेछा व श्री ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अभय भंसाली ने बम्फर ड्रा की विजेता दिशा पारख भैरव सोसायटी को सोने की चैन से पुरस्कृत किया । कार्यक्रम का संचालन श्रीमती मंजू कोठारी ने किया । बम्फर ड्रा सोने की चैन के लाभार्थी श्रीमती चमेला देवी चौधरी परिवार , प्रतिदिन के पुरस्कारों में प्रथम पुरस्कार संतोष सरला देवी बैद , द्वितीय पुरस्कार सुभाषचंद विजय कुमार पुगलिया , तृतीय पुरस्कार अशोक प्रशांत कोचर परिवारों की ओर से प्रदान किया गया ।

इक्तिसा जाप में ललित लुनिया , डॉ योगेश बंगानी , संतोष झाबक , धीरेन्द्र सेठ , वर्द्धमान चोपड़ा , निर्मल पारख , प्रसन्न चोपड़ा , राजू रांका , विवेक बैद , जयंती लोढ़ा , मंजू कोठारी , ममता सुराना , मयूरी गोलेछा , दीप्ति बैद की सक्रिय भूमिका है ।

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