जय आनंद मधुकर रतन भवन में आध्यात्मिक प्रवचन श्रृंखला जारी
महापुरुषों की वाणी को श्रद्धा के साथ आत्मसात् किया जाए तो वह जीवन को तार सकता है जनेश्वर देव पर श्रद्धा रखकर पवित्र भावों से कर्म किया जाए तो जीवन के हर मार्ग प्रशस्त होते हैं।
उक्त उद्गार सामायिक स्वाध्याय के प्रबल प्रेरक गुरुदेव शीतल मुनि ने जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग की धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्त की आज का प्रवचन सम्यक दर्शन विषय पर केंद्रित था । आज धर्म सभा में पुरुष वर्ग सामाजिक वेशभूषा में तथा महिलाएं हरे रंग की साड़ी में धर्म सभा में शामिल हुई । हमारी श्रद्धा कैसी हो हमारा सम्यक दर्शन संसार के प्रति कम को बढ़ाने वाला है देवगुरु धर्म के प्रति श्रद्धा आत्मा का कल्याण करने वाला होता है धाम कैसा हो अरिहंत महादेवो के उच्चारण के साथ हमें प्रति दिवस प्रतिपल अरिहंत परमात्मा की स्तुति करना चाहिए जो जीवन को सब मार्ग की ओर ले जाती है जिसने धर्म के आत्म स्वरूप को जान लिया वह दया में धर्म को जी सकता है देव गुरु धाम के प्रति आशा रखने वालों का आत्म कल्याण होता है।
महिलाओं एवं पुरुषों के लिए धार्मिक ज्ञान संस्कारशाला का आयोजन
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प्रतिदिन दोपहर को उज्जैन से पधारे स्वाध्यायी श्री शिखर चंद जी छाजेड़ एवं उनकी टीम के सदस्य महिलाओं एवं पुरुषों की धार्मिक संस्कारशाला का आयोजन कर ज्ञान ज्ञान सिखा रहे हैं आज दोपहर को चौपाई का आयोजन किया गया था।
एक भव अवतारी आचार्य जयमल जी महाराज का जाप अनुष्ठान प्रारंभ
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जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब दुर्ग के प्रांगण में रात्रि 8:15 बजे से 9:30 बजे तक आचार्य सम्राट जयमल जी महाराज के जब की स्तुति प्रारंभ हुई है जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे बूढ़े युवा बुजुर्ग महिलाएं इस जब में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही है
धर्मसभा में शीतल मुनि ने जैन समाज के सभी वर्ग के लोगों से जयमल जी महाराज के जब के दौरान सामाजिक एवं सवर तप की आराधना करने का आह्वान किया उन्होनें कहा कोई भी व्यक्ति बिना मुख वास्तिका लगाकर ही जाप न करे । जय जाप के लाभार्थी परिवार उत्तमचंद सार्थक कुमार भंडारी परिवार है।