साहित्य मनीषी डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र जी की 125 वीं जयंती
राजनंदगांव(अमर छत्तीसगढ़) 13 सितंबर। राजनांदगांव साहित्य परिषद एवं डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र प्रचार प्रसार समिति के सदस्य आज त्रिवेणी परिसर में इकट्ठे हुए और मानस मर्मज्ञ डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र कापुण्य स्मरण किया। साहित्य विभूतियां की जन्मभूमि एवं कर्मस्थली के नाम से प्रसिद्ध संस्कारधानी भूमि राजनांदगांव के त्रिवेणी परिसर में उपस्थित सज्जनों ने साहित्य मनीषी डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र जी, डॉक्टर पदुमलालपुन्नालाल बख्शी जी एवं गजानन माधव मुक्तिबोध जी की प्रतिमाओं परमाल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर कान्यकुब्ज सभा राजनांदगांव के अध्यक्ष एवं डॉक्टर मिश्र जी के पौत्र सेवानिवृत्त डीएसपी पंडित प्रदीप मिश्रा, संरक्षक प्रोफेसर आर पी दीक्षित, सचिव अजय शुक्लाएवं सभा में उपस्थित अन्य वरिष्ठजनों ने अपने विचार प्रकट करते हुए मुख्यरूप से कहा कि रामचरितमानस के अद्वितीय प्रवचनकर्ता डॉक्टर बलदेव प्रसाद मिश्र ने अपने व्यक्तित्व कृतित्व एवं क्रियाकलापों से हिंदी भाषा एवंसाहित्य के युग प्रवर्तक के रूप में कान्यकुब्ज समाज, राजनंदगांव जिलाएवं छत्तीसगढ़ प्रदेश के साथ-साथ पूरे भारत देश को अपनी लेखनी से मंत्रमुग्ध किया है ।
डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र जी हिंदी साहित्य जगत के एकप्रकांड पंडित एवं मानस मनीषी होने के अलावा हिंदी एवं संस्कृत भाषाविद,साहित्यविद, समाजसेवी, कुशल प्रशासनिक अधिकारी एवं दक्ष राजनीतिज्ञ भीरहे हैं । आपका जन्मक्षेत्र राजनांदगांव जिला रहा किंतु कर्मक्षेत्र पूरेभारत देश में फैला रहा। आपने राजनांदगांव जिले के अतिरिक्त छत्तीसगढ़ केरायगढ़, रायपुर एवं बिलासपुर जिला में भी अपनी सेवाएं दी । इसके अलावा आपआजीवन अखिल भारतीय स्तर पर नागपुर, हैदराबाद, बड़ौदा, प्रयाग, लखनऊ, आगरा,दिल्ली, पंजाब, वाराणसी, पटना, कोलकाता, जबलपुर, सागर, मैसूर आदि शहरोंमें उच्च शिक्षा एवं हिंदी साहित्य, संस्कृत साहित्य के क्षेत्र मेंशिक्षकों एवं विद्यार्थियों के मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्रोत रहे ।
कान्यकुब्ज सभा राजनांदगांव आप जैसी महान विभूति के जन्मदिवस को अपारआनंद एवं गर्व के साथ मानती है और आपका स्मरण करके स्वयं को गौरवान्वित महसूस करती है। इस आयोजन में समाज के अध्यक्ष पंडित प्रदीप मिश्रा जी केसाथ बिलासपुर से विशेष रूप से पधारे रिटायर्ड रेलवे अधिकारी संजय शुक्ला,राजनांदगांव के वरिष्ठ पार्षद शिव वर्मा, कान्यकुब्ज समाज के सचिव अजयशुक्ला, संरक्षक प्रोफेसर आर पी दीक्षित, सामाजिक विप्रगण सर्वश्री अखिलेश तिवारी, जगदीश प्रसाद मिश्रा, अधिवक्ता विकास शुक्ला, शिक्षक संजय(संजू ) मिश्रा, भूपेंद्र बाजपेयी, वी डी तिवारी, बैंक अधिकारी शैलेंद्रशुक्ला, पूर्व पार्षद राधेश्याम गुप्ता, दिग्विजय कॉलेज के हिंदी विभागप्रमुख प्रोफेसर शंकर मुनि राय, सहायक कोषालय अधिकारी मनीष मिश्रा, राकेशमिश्रा एवं चंद्रशेखर शर्मा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।