सरकारी स्कूल के बच्चों का सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा रही है दहलीज़- संस्थापिका हीना खान

सरकारी स्कूल के बच्चों का सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा रही है दहलीज़- संस्थापिका हीना खान

बिलासपुर(अमर छत्तीसगढ) बहुतायत देखा गया है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का स्तर बेहतर हो भी जाये तो बच्चों में आत्मविश्वास की कमी रहती है, ऐसे में सरकारी स्कूल के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक गैर सरकारी संगठन दहलीज़ वेलफेयर फाउंडेशन की टीम शहर के सरकारी स्कूलों में भ्रमण कर रही है।

दहलीज़ वेलफेयर फाउंडेशन की संस्थापिका हीना खान ने बताया कि पिछले दो सालों से ऐसे बच्चों को प्रोत्साहित करने का कार्य कर रही है, लॉकडाउन के दौरान स्कूल बंद हो चुके थे ऐसे में टीम ने मोहल्ला क्लास लगाकर बच्चों के व्यक्तित्व विकास तथा आत्मविश्वास को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों को आयोजित किया । जिसमें बच्चों के साथ उनके माता पिता को भी शामिल किया गया। परिणाम स्वरूप लिंगियाडीह के लगभग 150 बच्चे इसे लाभान्वित हुए। वर्तमान में दहलीज़ के द्वारा सरकारी स्कूलों का दौरा कर दो दिन का वर्कशॉप लगाया गया। लॉकडाउन के बाद बच्चों की स्थिति को देखने के लिए यह वर्कशॉप आयोजित किया गया था। वर्कशॉप में लगभग 250 बच्चे शामिल हुए साथ ही सरकारी स्कूल के शिक्षकों ने भी इसमें भाग लिया ।

वर्कशॉप में पर्सनालिटी डेवलपमेंट, कम्युनिकेशन स्किल, फर्स्ट एड और ट्रैफिक रूल्स जैसे विषयों पर प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई तथा उक्त विषयों की जानकारी भी दी गयी। बच्चों में कॉम्पिटिशन की भावना को बढ़ावा देने के लिए मनोरंजक कार्यक्रम बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, कौन बनेगा क्रिएटिव किड जैसे क्विज़ कॉम्पिटिशन भी आयोजित किये गए, साथ ही रचनात्मक तथा ज़रूरतमन्द बच्चों को स्टेशनरी समान भेंट किया गया।

हीना खान ने बताया कि ऐसे वर्कशॉप के लिए उनकी टीम फण्ड राइजिंग इवेंट्स करती है । उन्हें सेल कर के जो पैसे आते हैं उनसे ऐसी एक्टिविटीज की जाती है, आगामी एक्टिविटी के बारे में उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि बहुत से बच्चों की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं है लेकिन बच्चे पढ़ने के इच्छुक और तेज़ भी हैं। ऐसे बच्चों की जिम्मेदारी दहलीज़ ने ली है। और इसे निभाने के लिए वे अपनी पूरी टीम के साथ मिलकर आगे भी ऐसे फंड राइजिंग इवेंट्स करते रहेंगे।

Chhattisgarh