नीमच मध्यप्रदेश (अमर छत्तीसगढ़)। जैन सुश्रावक महेश नाहटा के अनुसार राग से वितराग की महायात्रा का नाम दीक्षा है। इसी कड़ी में गत 18 अक्टूबर को राठौर परिसर में हजारों जन समुदाय की उपस्थिति में जैनाचार्य रामलाल की मसा एवं उपाध्याय राजेश मुनि जी मसा के पावन सानिध्य में 23 वर्षीय मुमुक्षु नमन महेता सुपुत्र विजय सुमिता महेता की जैन भवगत दीक्षा सोल्लासमय वातावरण में संपन्न हुई। नए नामकरण में दीक्षित संत नमन मुनि की घोषणा होते ही जय-जयकारों से कार्यक्रम स्थल गूंजा। आचार्य रामेश ने 22 जनवरी 2024 के लिए मुमुक्षु सुश्री अंकिता अनिल बाफना एवं 17 फरवरी 2024 के लिए मुमुक्षु नेहा नवनीत राखेचा सिरपुर की दीक्षा हेतु स्वीकृत प्रदान की गई।