राजनांदगाँव(अमर छत्तीसगढ़) 24 दिसंबर। भारत में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था युगांतर पब्लिक स्कूल का बहुप्रतीक्षित वार्षिकोत्सव को सुनील कुमार जैन आई ए एस डॉयरेक्टर पब्लिक इंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट ऑफ स्कूल एजुकेशन गवर्नमेंट ऑफ छत्तीसगढ़ के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ।
लगभग 3000 दर्शकों के विशाल समुदाय के बीच आयोजित यह वार्षिकोत्सव विशेष आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमें 1050 विद्यार्थियों ने गीत,नृत्य, अभिनय जैसी रोचक कलाओं का प्रदर्शन किया गया। युगांतर के विशाल परिसर में आयोजित इस वार्षिकोत्सव में दर्शकों ने काफी विविधता देखी। इस तारतम्य में गणमान्य अतिथियों द्वारा विद्यालय की वार्षिक पत्रिका युगांतर विजन का विमोचन किया गया। प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्राचार्य अभिषेक खंडेलवाल ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने विद्यार्थियों की उपलब्धियों का उल्लेख किया। इस दौरान सीबीएसई बारहवीं बोर्ड में 99% अंक अर्जित करके स्टेट टॉपर और भारत में तृतीय स्थान प्राप्त करनेवाली तन्वी बिंदल, साइबर ओलंपियाड में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान अर्जित करनेवाले कार्तिक नायर, इंग्लिश ओलंपियाड में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करनेवाली मान्या पारख सम्मानित हुई। मैथ्स ओलंपियाड में श्रेणिक कोठारी, शब्दिता, आराध्या को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चतुर्थ रैंक प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया।इसी तरह सीबीएसई दसवीं बोर्ड में वेन्या असाटी को 95.6% अंक अर्जित करने के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन विनोद सदानी, सेक्रेटरी विनय डड्ढा, कोषाध्यक्ष मिश्रीलाल गोलछा, निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी, अजय सिंगी, अखराज कोटड़िया, परस अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल, नरेंद्र कोटड़िया, डाॅ• मोहन पारख, प्रसन्न टाटिया, जितेंद्र भंसाली, रितेश गंडेचा, पी आर ओ दिनेश प्रताप सिंह, प्रशासक सुरेंद्र भार्गव सहित बड़ी तादाद में पालकगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुनील कुमार जैन ने कहा कि युगांतर ने अपने अध्ययन-अध्यापन तथा बहुमुखी गतिविधियों के कारण पूरे भारत में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने विद्यार्थियों को नेल्सन मंडेला के प्रेरणादायक प्रसंग सुनाकर भारत के सर्वश्रेष्ठ नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया। इसी कड़ी में विद्यालय के निदेशक (अकेडमिक्स) सुशील कोठारी ने कहा कि यह वार्षिकोत्सव युगांतर परिवार के अथक मेहनत की वजह से सदा अविस्मरणीय बना रहेगा। इस वार्षिकोत्सव में टीचिंग व नान टीचिंग स्टॉफ का जो सहयोग मिला है, उसकी वजह से सारा आयोजन ऐतिहासिक व अनुपम बना है। उन्होंने आगे कहा कि आज के परिवेश में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के आने से अध्ययन-अध्यापन के तरीके बदलाव आया है। युगांतर इस बदलाव को स्वीकार करके निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। चेयरमैन विनोद सदानी ने कहा कि टीम व पारिवारिक भावना के साथ कार्य करना ही युगांतर की वास्तविक पहचान है। उन्होंने वार्षिकोत्सव के ऐतिहासिक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। देर रात तक एवं आज दिन भर भी बालकों के बधाई एवं शुभकामनाओं से भरे संदेश विभिन्न कक्षाओं के व्हाट्सएप ग्रुप में आते रहे।
सामूहिक नृत्य ‘पिता ‘ में पिता के मर्मस्पर्शी रूप के दर्शन हुए । राजेंद्र तिवारी द्वारा निर्देशित सामूहिक नृत्य ‘वीरभद्र’ में महादेव के रौद्र रूपी अवतार वीरभद्र की महिमा का बखान हुआ, जो दर्शकों को खूब लुभाया। उड़िया के लोकनृत्य ‘संबलपुरी डांस’ में रंग बिरंगी उड़ीसा की संस्कृति के दर्शन हुए। दर्शकों को सामूहिक नृत्य ‘कृष्णा’ ने दाँतों तले उंगलियाँ दबाने को मजबूर कर दिया। सुन्दर समावेश से परिपूर्ण इस नृत्य में कृष्ण की प्रभावी लीलाओं को प्रदर्शित किया गया। इसी तारतम्य में विद्यार्थियों द्वारा दीप्ति बिंदल ,श्वेता मूंदड़ा, मोनिका रॉय, मनोज राय, मुस्कान साधवानी द्वारा निर्देशित नृत्य नाटिका ‘महाशक्ति’ में ‘दुर्गा माता’ की धार्मिक गाथाओं को प्रभावकारी रूपों में प्रस्तुत किया गया। प्रियंका कपूर, प्रवीण राजन, सुषमा प्रताप, शुभम पाण्डे द्वारा निर्देशित नृत्य नाटिका ‘अशोका-द ग्रेट मौर्या ‘ ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया। विद्यार्थियों द्वारा इस खास प्रस्तुतिकरण के जरिये अशोक की वीरता और साहस को खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया। हिंसा की जगह अहिंसा की विजय हुई। ‘बुद्धम् शरणम् गच्छामि’ वाणी ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। विद्यार्थियों ने ‘ट्रिब्यूट टू बप्पी लहरी’ में बप्पी लहरी जी के सुन्दर गीतों में नृत्य करके खूब वाहवाही बटोरी। सामूहिक नृत्य ‘इमोशंस’ में भावनाओं का उमंग दिखलाई पड़ा। विद्यार्थियों ने प्रवीण राजन द्वारा निर्देशित ‘रावण डांस’ में रावण के अलहदा रूप को प्रस्तुत कर धमाल मचा दिया। सामूहिक नृत्य ‘मणिकर्णिका’ में छात्राओं ने महारानी लक्ष्मी बाई की गाथाओं को क्लासिकल नृत्य की मुद्राओं में प्रस्तुतकर खूब तालियाँ बटोरी। इसी तरह विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक नृत्य ‘हिपहाप , वालीवुड गर्ल्स’ में माडर्न नृत्य शैली का शानदार प्रयोग किया गया। इसी कड़ी ‘वो दिन भी क्या दिन थे’ प्राचीन और नवीन जीवन शैली का द्वन्द्व दिखलाई पड़ा। विद्यार्थियों द्वारा सामूहिक नृत्य ‘हैंड मूवमेंट’ में हाथों द्वारा प्रभावकारी नृत्य प्रस्तुत किया गया। विद्यार्थियों ने सुधीर सिंह व दीपक धुर्वे द्वारा निर्देशित नृत्य नाटिका ‘कामिक बग्स’ में परेश रावल तथा अक्षय कुमार की खूबसूरत कॉमेडी की। प्रवीण राजन, वी एन राय, सुनीता सिंह, सुरेश उपाध्याय, राजेश चौबे द्वारा निर्देशित हिन्दी नाटक ‘सलमान की शादी’ में समय यात्रा से पधारे विभिन्न महान राजनयिकों ,वैज्ञानिकों तथा कलाकारों ने खूब गुदगुदाया। इसी तरह विद्यार्थियों द्वारा और भी रोचक आकर्षक प्रस्तुतियाँ हुई, जिसमें दर्शक करतल ध्वनि से ताली बजाते रहे। अर्पण मसीह तथा हिमांशु चौधरी द्वारा निर्देशित अंग्रेजी नाटक ‘मेलन मेनिया’ दर्शकों को गुदगुदाने में सफल रहा। वेल कम डांस: मोहिनीट्टम द एसेंस ऑफ केरला, जंगल वाइब्स एडवेंचर थ्राइव्स, नेचर्स लव ने भी काफी प्रभावित किया। विद्यार्थी गीत,नृत्य, अभिनय जैसी रोचक कलाओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम प्रभारी वंदना सिंह, श्वेता मूंदड़ा, विनय नायडू , प्रवीण राजन ने समस्त कार्यक्रम को सही ढंग से सुनियोजित किया। कार्यक्रम को सुन्दरता से परिपूर्ण बनाए रखने में नृत्य विभाग के प्रवीण राजन, अमिषा सोनी, संगीत व गायन विभाग के विनय नायडू, गोपी पटेल, अक्षय केहरि, आकांक्षा चतुर्वेदी, आर्ट व क्राफ्ट विभाग के अजय चौरसिया, ज्ञानेश पटेल, कम्प्यूटर विभाग के अविनाश साहू , नाजिया सिद्धकी , गुणेश्वरी, लखेन्द्र सिंह, अवध वर्मा ने वार्षिकोत्सव- समारोह को ऐतिहासिक बनाने में अपनी ऐड़ी चोटी का जोर लगा दिया। इस दिशा में प्रत्येक कार्यक्रम प्रभारी शिक्षक-शिक्षिकाओ ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दिया। इसी तारतम्य में स्टूडेंट कौन्सिल के सभी सदस्यों ने अनुशासन की कमान संभाल रखी थी। इस वार्षिकोत्सव समारोह का संचालन श्रीमती शालिनी नायर, सुनीता सिंह के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने सफलतापूर्वक किया। समारोह की समाप्ति राष्ट्र गान से हुई।