रायपुर। (अमर छत्तीसगढ़) जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के कार्यालय में आज प्रारंभ हुआ जनदर्शन पहला दिन होने के बावजूद बड़ी संख्या में फरयादी पहुंचे। शिकायतोंं के साथ ही अन्य फरियाद भी पुलिस अधीक्षक को प्रस्तुत की।
आज राज्य शासन के मंशाअनुरूप पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनर्दशन व कार्यलय के परिसर में ही पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर एवं चंचल तिवारी ने भी फरियादियों की फरियाद सुनी। एक अच्छी शुरूवात होने से लोगों में प्रसन्नता भी देखी गई। वहीं दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक ने शासन के निर्देशानुसार विभाग में जो भी आरक्षक से निरीक्षक तक एक ही स्थान पर ढाई वर्ष से अधिक समय तक पदस्थ रहने वालों को स्थानांतरित किया गया। जिले में लगभग 600 कर्मियों, अधिकारियों को इधर से उधर किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने आज सांध्य दैनिक अमर छत्तीसगढ़ डॉट कॉम से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य शासन के मंशानुरूप आज से पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रत्येक मंगलवार को जनदर्शन का आयोजन प्रारंभ किया गया। सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार को सुबह 11 से 2 बजे तक फरियादियों की फरियाद सुनेंगे। उन्होंने बताया कि सप्ताह में प्रत्येक बुधवार को सीएसपी कार्यालय में जनदर्शन रहेगा, जहां फरियादी अपनी फरियाद, शिकायतें, मांग, सुझाव दे सकते हैं। पुलिस अधीक्षक श्री अग्रवाल ने आगे बताया कि आज ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय का पहला जनदर्शन रहा है । कम जानकारी के बाद ही लोग शिकायत समस्या लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता सामाजिक बुराइयों पर लगाम लगाना होगा। राज्य शासन के मंशानुरूप सप्ताह में दो दिन जनदर्शन का लाभ लोगों को मिले, इस दिशा में पुलिस प्रयासरत रहेगी। अपराधों के विरूद्ध विशेष अभियान के संबंध में उन्होंने बताया कि शाम को पुलिस जवानों को विशेष निर्धारित स्थान पर विशेष अभियान के तहत तैनात किये जाते हैं। कुछ स्थानों पर सादे वेश भूषा में भी तैनात रहते हैं, ताकि अपराध प्रवृत्ति के लोगों पर कार्रवाई की जा सके।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सट्टा, जुआ, शराब, हुक्का बार के विरूद्ध भी पुलिस का अभियान जारी है। पुलिस स्वयं ग्राहक बनकर पहुंच रही है तथा असामाजिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के विरूद्ध कार्यवाही कर रही है। उन्होंने बताया कि किरायेदारों की सूची भी प्राप्त हुई है। जांच की जा रही है। श्री अग्रवाल ने बताया सोशल मीडिया के आधार पर भी पुलिस को अपराध रोकने व उस पर अंकुश लगाने संबंधित कार्यवाही में सफलता भी मिल रही है। नारकोटिक एक्ट के तहत कार्यवाही आने वाले प्रकरणों में तत्काल की जा रही है। उनकी प्राथमिकता है कि नगर सहित जिले में आसामाजिक गतिविधियों पर रोक लगी रहे है।