कैंसर निदान पर व्याख्यान माला….. सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में गर्भाशय के अग्र भाग में यौन संचारित वायरस एचपीवी के संक्रमण के कारण होता

कैंसर निदान पर व्याख्यान माला….. सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में गर्भाशय के अग्र भाग में यौन संचारित वायरस एचपीवी के संक्रमण के कारण होता

चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के पैथालॉजी विभाग की शैक्षणिक गतिविधि

रायपुर.(अमर छत्तीसगढ़) 24 जनवरी 2024. पं. जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, पैथोलॉजी विभाग और इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथालॉजिस्ट एवं माइक्रोबायोलॉजिस्ट छत्तीसगढ़ इकाई (IAPM CG CHAPTER) के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार, दिनांक 24.01.2024 को लिक्विड बेस्ड साइटोलॉजी (Liquid Based Cytology) पर एक दिवसीय सी. एम. ई. आयोजित की गई।

प्रतिवर्ष जनवरी को सर्वाइकल कैंसर जागरूकता महीने के रूप में मनाया जाता है। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में गर्भाशय के अग्र भाग में होने वाला कैंसर है। यह कैंसर यौन संचारित वायरस एच.पी.वी. के संक्रमण के कारण होता है। यह महिलाओं में सबसे ज्यादा होने वाले कैंसर में से एक है।

इस सी.एम.ई. में सर्वाइकल कैंसर की शुरूआती जांच जो कि बेहतर उपचार में कारगर होती है, उसके महत्व और नई तकनीकों के बारे में, विशेषज्ञों ने चर्चा की। इस परिचर्चा में नागपुर से प्रतिष्ठित साइटोपैथोलॉजिस्ट डॉ. मेहरबानो एम. कमाल, डॉ. निखत हुसैन, प्राध्यापक, एम्स रायपुर एवं रायपुर की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आशा जैन ने अपने विचार व्यक्त किये।

प्रथम व्याख्यान में डॉ. आशा जैन ने भारत वर्ष में सर्वाइकल कैंसर की भयावहता एवं उसके स्क्रीनिंग सम्बन्धित दिशा-निर्देशों की अद्यतन जानकारी दी। डॉ. मेहरबानो कमाल ने गर्भाशय के मुख पर होने वाले कुछ विशेष कैंसर की तथ्यात्मक जानकारी दी। एम्स रायपुर की प्रोफेसर डॉ. निखत हुसैन ने गर्भाशय द्वार के संक्रामक रोगों के निदान पर अपने अनुभव साझा किये। डॉ. कमाल ने अपने दूसरे व्याख्यान में स्लाईड सेमीनार के माध्यम से इस कैंसर के विभिन्न प्रकारों के निदान की जानकारी दी।

इस अवसर पर विभाग की ओर से डॉ. अरविन्द नेरल, प्राध्यापक, पैथोलॉजी विभाग, डॉ. राबिया परवीन सिद्दीकी, डॉ. चन्द्रकला जोशी इत्यादि शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. वर्षा पाण्डेय एवं डॉ. वनिता भास्कर द्वारा किया गया। पैथालॉजी के इस शैक्षणिक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों व निजी पैथालॉजी संस्थानों से लगभग 95 चिकित्सक उपस्थित हुये। छ.ग. प्रदेश के सबसे वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट 96 वर्षीय डॉ. जे.सी. गुप्ता जी की गरिमामय उपस्थिति विशेष रही।

अन्त में आई.ए.पी.एम. छत्तीसगढ़ इकाई की सचिव डॉ. जयंती चन्द्राकर ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और फरवरी माह में होने वाले राज्य स्तरीय सम्मेलन की जानकारी दी।

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