राजनांदगांव (अमर छत्तीसगढ़) 16 फरवरी ।
आज 16 फरवरी 2024 को आईबी ग्रुप ने सुखरी, राजनांदगांव में एबीस फिश फीड प्लांट का भव्य लोकार्पण किया। यह भारत का पहला पूर्णतः स्वचालित फिश फीड प्लांट है जो जलवायु अनुकूल फ्लोटिंग फिश फीड का उत्पादन करता है। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परशोत्तम रूपाला और राज्य और जिला स्तर के अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
आईबी ग्रुप एक प्रगतिशील कृषि व्यवसाय कंपनी है और भारत में 11000 करोड़ रुपये के कारोबार के साथ पोल्ट्री, लाइवस्टॉक फीड (फिश, श्रिम्प, पोल्ट्री) और सॉल्वेंट, एडिबल ऑइल एवं प्रोसेस्ड चिकन में एक अग्रणी नाम है। आईबी ग्रुप तकनीकी को अपनाते हुए प्रोटीन-समृद्ध राष्ट्र बनाने और आईबी से जुड़े लाखों किसानों, ट्रेडर्स, डीलर्स के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आईबी ग्रुप नए आईडिया और लोगों को साथ जोड़कर काम करने की सोच के माध्यम से न केवल गांव के विकास को गति दे रहा है, बल्कि पूरे देश में आर्थिक विकास और समृद्धि भी ला रहा है।
उद्घाटन समारोह में, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला ने वहां उपस्थित फार्मर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के शासन में मत्स्य पालन मंत्रालय की स्थापना होना और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देना, हर वर्ग स्तर के लोगों सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को दिखाता है। इस कदम से भारत के 3 करोड़ फार्मर्स को लाभ हुआ है। इन्हीं प्रयासों के कारण ही भारतीय जलीय कृषि उद्योग आज वैश्विक स्तर में दूसरे स्थान में है। आईबी ग्रुप लाइवस्टॉक फीड उत्पादन में अपने 40 वर्षों के अनुभव का लाभ उठाते हुए देश के हर घर तक प्रोटीन पहुँचा रहा है। आईबी ने छत्तीसगढ़ जैसे गैर तटीय क्षेत्र में फिश फीड प्लांट स्थापित कर भारतीय अर्थव्यवस्था में फिश उद्योग के महत्व को समझकर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।”
राजनांदगांव के संसद संतोष पाण्डेय ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं आईबी और उनकी पूरी टीम को नए प्लांट की शुभकामनायें देता हूँ। संस्कारधानी राजनांदगांव को विश्वपटल में किसी ने पहचान दिलाई है तो यह आईबी ग्रुप ने दिलाई है। द्य इस शहर में अगर औद्योगिक विकास संभव हुआ है तो वह आईबी के एमडी बहादुर अली के विजन के कारण ही संभव हो पाया है।
प्लांट लोकार्पण में आईबी ग्रुप के प्रबंध निदेशक बहादुर अली भी मौजूद थे। उन्होंने लोगों से बात करते हुए कहा कि “आईबी ग्रुप भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने, किसानों की आय बढ़ाने के लिए तकनीक और आवश्यक जानकारी के साथ कृषि और लाइवस्टॉक उद्योग को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। 25 लाख मीट्रिक टन की वार्षिक उत्पादन क्षमता वाले 10 फीड प्लांट, 20 ब्रीडर फार्म, 27 हैचरी और 30000 से अधिक कमर्शियल ब्रॉयलर फार्म की स्थापना जैसी रणनीतिक पहल के माध्यम से, आईबी देश में प्रोटीन की कमी से निपटने और गांव के विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारे पोल्ट्री इंटीग्रेशन प्रोग्राम से अब तक 50,000 से अधिक किसानों जुड़ चुके है। आईबी ग्रुप के जीरो वेस्ट फिश फीड, भारत में फिश फीड उद्योग को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दर्शाता है। सरकारी पहलों और एनजीओं के साथ मिलकर हमारा लक्ष्य ग्रामीण विकास को बढावा देना और किसानों की आय को दोगुनी करके देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है। हमारी एक साथ मिलकर की जाने वाली पहल हमारे भविष्य को सुनहरा बनाएगी।
इस खास मौके पर आईबी ग्रुप की डायरेक्टर जोया आफरीन आलम भी उपस्थित थी। उन्होंने फार्मर्स से बात करते हुए कहा कि “मैं आज भारत के पहले पूर्णतः स्वचालित फिश फीड प्लांट के उद्घाटन की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हूं। आईबी ग्रुप ने ऑइल कोटेड माइक्रोपैलेट फिश फीड के उत्पादन के साथ भारत में फिश इंडस्ट्री को मॉर्डन बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह किसानों की आय बढ़ाने में अवश्य सहायक सिद्ध होगा। आईबी ग्रुप की फिश फीड रेंज वर्तमान में देश के कुल फिश फीड उत्पादन का 20 प्रतिशत है। आईबी उचित लागत पर हाई-प्रोटीन फिश फीड किसानों को उपलब्ध कराना जारी रखेगा और एक स्वस्थ, समृद्ध ग्रामीण भारत निर्माण के लिए कार्य करता रहेगा।”
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा के महामंत्री राम भारती, जिला पंचायत अ श्रीमती गीता साहू, सुरेश एच लाल, सुरेश डुलानी, जिला पंचायत सदस्य इंदुन साहू, ग्राम पंचायत सुखरी के सरपंच सुरेन्द्र गोस्वामी, उपसरपंच श्री किरण विशेष रूप से उपस्थित थे।